रायपुर
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोमवार को एक्स पर बड़ी घोषणा की है। उन्होंने कहा कि केंद्र में कांग्रेस की सरकार आते ही अग्निवीर योजना रद्द होगी। फिर से पक्की भर्ती शुरू होगी।
हालांकि योजना शुरू होने के बाद से ही कांग्रेस लगातार इसका विरोध करती आई है। कांग्रेस के साथ-साथ ऐसे कई युवा भी हैं, जो इस योजना का विरोध करते रहे हैं।
पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया पर किया पोस्ट
राहुल गांधी ने भी किया था योजना का विरोध
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी भी लगातार अपनी यात्रा के जरिए अग्निवीर के युवाओं से मुलाकात कर रहे हैं। उन्होंने कुछ दिन पहले ही युवाओं से मुलाकात की थी। अपने सोशल मीडिया पर लिखा था कि सरकार ने अग्निपथ स्कीम लॉन्च कर अनगिनत युवाओं के सपने नष्ट कर दिए हैं।
राहुल ने सोशल मीडिया पर एक ग्रुप फोटो शेयर किया था। जिसमें वे कुछ युवाओं के साथ बैठे नजर आ रहे हैं। इस पोस्ट में राहुल ने लिखा कि ये सभी युवा बिहार के चंपारण से आए हैं।
राहुल गांधी ने यात्रा के जरिए अग्निवीर के युवाओं से मुलाकात की थी।
पूर्व सेना प्रमुख ने भी अग्निपथ को चौंकाने वाली स्कीम बताया था
पूर्व सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने अपनी बायोग्राफी में अग्निपथ स्कीम को लेकर दावा किया है कि इस स्कीम के ऐलान ने तीनों सेनाओं (आर्मी, नेवी और एयरफोर्स) को चौंका दिया था। जनरल मनोज मुकुंद नरवणे 31 दिसंबर 2019 से 30 अप्रैल 2022 तक सेना प्रमुख के रूप में कार्यरत थे।
अग्निवीरों को लेकर क्या कहती है सेना ?
रायपुर के आर्मी हेडक्वार्टर में लेफ्टिनेंट जनरल एमके दास ने बताया कि सेना में इस योजना के तहत बेस्ट कैंडिडेट मिलेंगे। 75 प्रतिशत युवा जो सर्विस से बाहर जाएंगे, वो एक स्किल युवा होंगे। देश की दूसरी फोर्सेस में उन्हें प्राथमिकता मिलेगी, वो अपनी पढ़ाई आगे कर सकते है।
सेना से बेस्ट ट्रेंड युवा को रोजगार के कई अवसर मिलेंगे। चार साल बाद जो अग्निवीर से बाहर होंगे, उन्हें सेवा निधि पैकेज के तहत टैक्स फ्री करीब 12 लाख रुपये एकमुश्त मिलेंगे। इससे वो अपने रोजगार की दिशा में काम कर सकते हैं।
क्या है अग्निवीर योजना ?
योजना के मुताबिक इंडियन आर्मी, नेवी और एयरफोर्स में युवाओं की भर्ती चार साल के लिए होगी और उन्हें ‘अग्निवीर’ कहा जाएगा। आर्मी में सैनिक (जवान), नेवी में नाविक और एयरफोर्स में एयरमैन की जो भर्ती है, वो भर्तियां अब इस योजना के तहत होंगी। 4 साल के बाद 75 फीसदी सैनिकों को घर भेज दिया जाएगा। शेष 25 फीसदी अग्निवीरों को स्थायी जवान नियुक्त किया जाएगा।
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