शिवपुरी। देहात थाना क्षेत्र के तहत आने वाली लुधावली बस्ती में दशहरे वाले दिन एक युवक अजबसिंह लापता हो गया था। मामले को लेकर परिजनों ने गुमशुदगी दर्ज करवाई। जहां कुछ दिनों बाद युवक की लाश मिली। मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर विवेचना शुरू की तो पता चला कि जीजा ने ही अपने साले की हेल्पर के साथ मिलकर हत्या कर दी। हत्या का कारण अवैध संबंध बताया गया।
यह है कहानी
मृतक की पत्नी एवं बहनोई के अवैध संबंध है। दशहरे की शाम को मृतक अपने बहनोई एवं एक अन्य व्यक्ति के साथ बाइक पर देखा गया था। 15 अक्टूबर को आरोपी अपने ट्रक को मिलन ढावे पर छोड़कर अपने साथी के साथ शिवपुरी आया और बाइक पर साले को आईटीआई तिराहे पर रावत देखने के बहाने बुलाकर साथ ले जाकर तोमर ढावे पर खाना खाया बाद में ट्रक देखने के बहाने बाइक पर मृतक अजबसिंह को बीच में बैठाकर पडौरा से मझेरा हाइवे तरफ ले गया। बाइक पर पीछे बैठे हेल्पर ने एक रस्सी से अजबसिंह के गले को कस दिया जिससे अजबसिंह की बाइक पर ही मौत हो गई। युवक की मौत के बाद लाश को हाइवे से अंदर मझेरा के कुंडा जंगल में ले जाकर झाड़ियों और पत्थरों में छिपा दिया और लाश के ऊपर पत्थर पटक दिए व गले की रस्सी को निकाल कर झाडियों में फेंक दिया। मृतक का मोबाइल निकालकर लौटते समय तोड़ दिया। इसके बाद बहनोई ने मृतक की पत्नी को अजबसिंह की हत्या की बात बताई। यहां पुलिस ने हेल्पर को तलाश कर पूछताछ की तो उसने घटना की पुष्टि कर दी। इस अंधे कत्ल का खुलासा करने में थाना प्रभारी देहात विकास यादव, उनि रामनिवास शर्मा, अशोक जोशी, लाखनसिंह, राजवीरसिंह, बीएस जादौ, सावित्री लकडत्रा, बीरबलसिंह, बीरलसिंह, महेंद्रसिंह, ह्देश पाराशर, भगवत चतुर्वेदी, सुशील जाट, मुकेश इंदौरिया, गजेंद्रसिंह, सुमितसिंह, सुनील, देवेंद्रसिंह, भरत मीणा, राघवेंद्रसिंह, सीतू सिंह, संतोषी पाल, दीपक शर्मा विकास चौहान, देंद्रसिंह, जलज रावत, व सायबर सैल टीम की सराहनीय भूमिका रही।
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