शिवपुरी: पोहरी शासन के महत्त्वाकांक्षी अभियान के अंतर्गत जनपद पंचायत पोहरी द्वारा एक ऐतिहासिक पहल करते हुए जनजातीय बहुल 96 ग्रामों में ग्राम विजन प्लान तैयार किया गया है। इस योजना का नेतृत्व एसडीएस श्री अनुपम शर्मा की अध्यक्षता एवं सीईओ श्री ब्रहमेन्द्र गुप्ता, ब्लॉक नोडल अधिकारी के मार्गदर्शन में किया गया।
ग्राम भ्रमण कर समस्याओं का किया आकलन
इस अभियान को दो चरणों में दिनांक 23 से 25 सितम्बर एवं 26 से 28 सितम्बर के मध्य चलाया गया, जिसमें ग्राम स्तरीय दल ने आदि सहयोगियों एवं साथी कार्यकर्ताओं के साथ इन ग्रामों का गहन भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान जनजातीय वसाहटों की जमीनी समस्याओं का आकलन करते हुए हितग्राही मूल एवं सामुदायिक आवश्यकताओं के गैप की सूची तैयार की गई। इन आँकड़ों के आधार पर प्रत्येक ग्राम का विजन प्लान बनाया गया।
ग्राम के नक्शे में दर्ज हुआ विजन प्लान
तैयार किए गए विजन प्लान को ग्रामों के नक्शे पर चिह्नित कर अंकित किया गया। इसके माध्यम से प्रत्येक ग्राम की दीर्घकालीन आवश्यकताओं को दृष्टिगत रखते हुए विकास की एक ठोस रूपरेखा प्रस्तुत की गई है। इस प्रक्रिया में संबंधित पंचायत सचिव, रोजगार सहायक, BMT, CMT सहित सभी जिम्मेदार अधिकारियों को प्रशिक्षण देकर प्लान को कर्मयोगी पोर्टल पर दर्ज कराया गया।
96 ग्रामों में 96 आदि सेवा केन्द्र स्थापित
इन चयनित ग्रामों में प्रत्येक में एक-एक आदि सेवा केंद्र स्थापित किया गया है, जिनके लिए एक प्रभारी अधिकारी एवं एक कैप्टन की नियुक्ति की गई है। इन केन्द्रों पर प्रत्येक मंगलवार को “आदि सेवा दिवस” के रूप में मनाया जाएगा, जिसमें प्रात: 11 बजे से शाम 4 बजे तक ग्राम स्तरीय समस्त अधिकारी/कर्मचारी जनजातीय समुदाय की समस्याएं सुनेंगे एवं त्वरित निराकरण कराएंगे।
ग्राम सभाओं में होगा विजन प्लान का अनुमोदन
02 अक्टूबर से आयोजित होने वाली ग्राम सभाओं में ग्राम विजन प्लान को प्रस्तुत कर उसका अनुमोदन कराया जाएगा। अनुमोदन के पश्चात प्लान को विलेज वर्क बुक एवं विजन प्लान पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा।
मडखेड़ा जांखनोद बना जिले का मॉडल विलेज
इस अभियान की उल्लेखनीय उपलब्धियों में ग्राम मडखेड़ा जांखनोद का नाम सबसे ऊपर है। इसे जिले का मॉडल विलेज घोषित किया गया है। अब तक यहां डीओ जनजातीय विभाग, उपायुक्त ग्वालियर एवं भारत सरकार के उप सचिव स्वयं ग्राम का दौरा कर चुके हैं और अभियान की प्रगति की सराहना की है।
श्री अनुपम शर्मा (एसडीएस, पोहरी):
“जनजातीय समाज के सर्वांगीण विकास के लिए यह अभियान एक मील का पत्थर साबित होगा। विजन प्लान के माध्यम से हर ग्राम की प्राथमिकताओं को चिन्हित कर योजनाबद्ध विकास सुनिश्चित किया जाएगा।”
श्री ब्रहमेन्द्र गुप्ता (सीईओ, जनपद पंचायत पोहरी):
“हमने यह सुनिश्चित किया है कि विजन प्लान न केवल कागज़ों में रहे, बल्कि इसकी हर सिफारिश धरातल पर भी उतरे। प्रत्येक मंगलवार को आदि सेवा दिवस के रूप में जनजातीय हितों के लिए समर्पित किया गया है।”
जनपद पंचायत पोहरी की यह पहल न केवल जनजातीय समाज को सशक्त बनाने की दिशा में एक ठोस कदम है, बल्कि जिले एवं प्रदेश के लिए एक उदाहरण भी प्रस्तुत करती है। यदि यह मॉडल अन्य क्षेत्रों में भी अपनाया जाए, तो ग्रामीण विकास की दिशा में क्रांतिकारी परिवर्तन संभव है।










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