शिवपुरी। जब अधिकांश लोग बच्चो के जन्मदिन को केक और पार्टियों तक सीमित रखते है तब एक पिता ने अपनी बेटी को वर्तमान परिवेश को देखते हुये खुद की हिफाजत खुद करने की नसीहत देते हुये तोहफे में चमचमाती तलवार भेंट की..!बिटिया भी उपहार को लेकर फूली नही समाई ओर उसने उसी तलवार से केक काटते हुये टॉफियों से भरे गुब्बारे को भी फोड़ा।
जानकारी के अनुसार तोमर परिवार की बिटिया दक्षता तोमर (अनु) को उनके चौदहवें जन्मदिवस पर उनके पिता बृजेश सिंह तोमर ने परिवार सहित उसे तोहफे में एक चमचमाती तलवार भेंट की और साथ ही दी एक सीख:
“बेटी, अब तू अन्याय,अनीति ओर शोषण के विरुद्ध सिर्फ आवाज नहीं उठाएगी, बल्कि जरूरत पड़ी तो उसका सामना भी खुद करेगी।”बिटिया की दादी बिटोली देवी ने विधिवत शस्त्र पूजा कर तलवार भेंट की । बेटी दक्षता, जो स्वयं तलवार चलाने में दक्ष है, यह तोहफा पाकर भाव-विभोर हुई लेकिन साथ ही उसने इस जिम्मेदारी को गर्व के साथ स्वीकार भी किया।यह तोहफा मात्र प्रतीकात्मक नहीं था बल्कि पिता बृजेश तोमर, वर्षों से सैकड़ों बेटियों को निशुल्क शस्त्र-शिक्षा प्रदान करते आ रहे हैं,।उनकी यह पहल एक भावनात्मक क्षण के साथ सामाजिक संदेश भी थी।
इस अवसर पर बृजेश सिंह तोमर ने कहा कि“आज बेटियों को सिर्फ पढ़ाने या सहेजने का नहीं,बल्कि उन्हें सक्षम, निर्भीक और आत्मरक्षक बनाने का समय है। ये तलवार सिर्फ एक शस्त्र ही नहीं, बल्कि उसकी आत्मशक्ति का प्रतीक है।”
आज जब चारों ओर बेटियों की सुरक्षा पर सवाल उठते हैं, तब बेटियों को”शास्त्र”के साथ “शस्त्र”शिक्षा भी आवश्यक है।ऐसे में इस एक प्रयास ने बेटी सुरक्षा के विषय पर समाज को आइना दिखाया है।
जहां लोग बेटियों को कमजोर समझते हैं, वहां एक पिता ने अपनी बेटी को यह सन्देश दिया कि उसे अपनी सुरक्षा के लिये डरना नही लड़ना है।

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