शिवपुरी: पिछोर क्षेत्र के जुगिंपुर कमालपुर गेंहू खरीदी केंद्र पर किसानों के साथ हो रहे अन्याय का एक नया मामला सामने आया है। यहां वेयरहाउस में फसल तुलाई के दौरान किसानों से अवैध रूप से रुपये वसूले जा रहे हैं। यह वसूली प्रति क्विंटल के हिसाब से होती है, और किसानों को मजबूरी में यह रकम देनी पड़ती है।
कई किसानों का कहना है कि यदि वे इस अवैध वसूली का विरोध करते हैं या वीडियो बनाकर सच्चाई उजागर करने की कोशिश करते हैं, तो उन्हें मानसिक तौर पर दबाव में लाया जाता है। धमकियां दी जाती हैं, फसल की तुलाई में जानबूझकर देरी की जाती है या उनका माल अस्वीकार कर दिया जाता है।
एक किसान की जुबानी
“हमने जब इसका वीडियो बनाया और शिकायत की, तो अगले दिन ही मुझे बुलाकर कहा गया कि अब तुम्हारी तुलाई नहीं होगी। तुम बहुत स्मार्ट बन रहे हो,” – नाम न छापने की शर्त पर एक किसान ने बताया।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, कुछ वेयरहाउस प्रबंधक और वहां कार्यरत कर्मचारी मिलकर यह अवैध वसूली कर रहे हैं। उनका नेटवर्क इतना मजबूत हो गया है कि वो सरकारी निगरानी को भी चकमा दे रहे हैं। इन पैसों से वे निजी सुख-सुविधाएं जुटा रहे हैं, जबकि किसान बदहाली में जी रहा है।
सरकार की ओर से किसानों की मदद के लिए शुरू की गई MSP (न्यूनतम समर्थन मूल्य) प्रणाली और अन्य सुविधाएं भ्रष्ट तंत्र के कारण अपना मकसद खो रही हैं। इससे किसानों का भरोसा टूटता जा रहा है।
किसान संगठनों और ग्रामीण जनता ने इस मामले में उच्च स्तरीय जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। साथ ही, ऐसे अधिकारियों की पहचान कर उन्हें तत्काल निलंबित करने की मांग भी उठ रही है।

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