
भौंती। कस्बे में पिछले दो महीने से रोड पर डिवाइडर पर लावारिश के रूप में अपना समय गुजार रही एक वृद्धा को स्थानीय लोगों के प्रयासों से अपना घर आश्रम में ठिकाना मिल गया है। वृद्धा की पिछले कुछ दिन से पड़ रही तेज सर्दी के कारण हालत खराब थी। बताया जा रहा है कि वृद्धा को जैसे-तैसे खाने-पीने को तो स्थानीय लोग दे देते थे, लेकिन उसके पास सोने के लिए कोई आसरा नहीं था।
जानकारी के मुताबिक भौंती कस्बे में पिछले कुछ दिनों से एक 60 साल की वृद्धा कहीं से आ गई थी। चूंकि वृद्धा अपनी याद्दाश्त खो चुकी है तो वह अपना नाम व पता भी किसी को नहीं बता पा रही। अभी तेज सर्दी होने के कारण वह रात के समय में भी रोड किनारे डिवाइडर पर अपना जीवन गुजार रही थी। ऐसे में उस वृद्धा के दुख को देखकर स्थानीय कस्बे में रहने वाले शिक्षक महेश गुप्ता व निवेश सेठ ने शिवपुरी स्थित अपना घर आश्रम से संपर्क किया और वृद्धा को अपने यहां आश्रय देने का निवेदन किया जिस पर से संस्था ने तुरंत आगे आते हुए रविवार को दोपहर में ही उस वृद्ध महिला को अपने वाहन में बिठाकर भौंती से शिवपुरी स्थित अपना घर आश्रम में शिफ्ट किया है। चूंकि शिवपुरी आश्रम में केवल पुरुष रखे जाते हैं, इसलिए इस महिला को डबरा के आश्रम में रखा जाएगा। वृद्धा को जब अपना घर वाले लेने आए तो कई समाजसेवी लोगों ने कम्बल व अन्य कपड़े दिए तो साथ में भौंती थाना प्रभारी पूनम सविता ने अपना घर आश्रम को 500 रुपए दान दिए।
अपना घर में रहने खाने के साथ होता है इलाज
अपना घर आश्रम से लेने आए कमलेश गुप्ता ने बताया कि यह संस्था गरीबों, अनाथों, अपाहिजों व बेसहारा लोगों की सेवा के लिए कार्य करती है। यह काम प्रभु सेवा माना जाता है। कमलेश के अनुसार मध्यप्रदेश में हमारे भोपाल, शिवपुरी और डबरा में आश्रम हैं। शिवपुरी में अभी केवल पुरुषों को रखा जाता है, जबकि डबरा में महिला और पुरुषों दोनों के लिए व्यवस्था है। उक्त महिला को डबरा में रखा जाएगा। साथ ही ऐसे लोगों के इलाज की भी पूरी व्यवस्था की जाती है।
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