ग्वालियर
आरोपी अफसर सिर झुकाकर चलता रहा।
इंटरव्यू में चयन के बदले एक रात साथ बिताने की डिमांड करने वाला अफसर ग्वालियर में सिर झुकाकर चलता रहा। मंगलवार को उसे भोपाल से गिरफ्तार कर लाया गया है।
बीज विकास निगम के इंटरव्यू पैनल में शामिल भोपाल का प्रोडक्शन असिस्टेंट संजीव कुमार तंतुवाय ने तीन छात्राओं को वॉट्सएप मैसेज कर अनैतिक डिमांड की थी। आरोपी ने वॉट्सएप मैसेज में साफ लिखा- जॉब चाहिए तो एक रात देनी पड़ेगी।
पुलिस का कहना है कि ये हरकत इसने अकेले की या इसके पीछे कोई गिरोह है, इसकी जांच की जाएगी। यह भी पता लगाया जाएगा कि ऐसी हरकत आरोपी ने पहली बार की है या वो हैबिचुअल है। उसने रुपए की डिमांड भी की थी। ऐसे में यह पता लगाया जाएगा कि ये सब किसी बड़े अफसर के कहने पर तो नहीं कर रहा था।
शिकायत के बाद आरोपी अफसर को बर्खास्त कर दिया गया है। उसे मध्यप्रदेश बीज निगम के अध्यक्ष मुन्नालाल गोयल ने शोकॉज नोटिस भी दिया है।
पुलिस ने मोबाइल जब्त किया, आरोपी ने जुर्म कबूल किया
एक छात्रा की 8 जनवरी को शिकायत मिलने पर ग्वालियर क्राइम ब्रांच ने आरोपी संजीव कुमार पर मामला दर्ज कर मोबाइल जब्त कर लिया है। आरोपी ने क्राइम ब्रांच के सामने अपनी गलती कबूल कर ली है।
डीएसपी क्राइम शियाज केएम ने बताया कि बीज विकास निगम में संविदा भर्ती के लिए 3 जनवरी को कृषि विश्वविद्यालय में इंटरव्यू रखे गए थे। इसमें पीड़ित छात्रा सहित कई प्रतिभागी इंटरव्यू देने आए थे। इंटरव्यू पैनल में भोपाल से आया आरोपी संजीव कुमार भी शामिल था। इंटरव्यू के कुछ घंटे बाद छात्रा को आरोपी ने कॉल किया और बात करने के बाद फोन कट कर दिया। फिर वॉट्सएप से मैसेज कर यह गंदी डिमांड उसके सामने रखी। शिकायतकर्ता ने क्राइम ब्रांच को बताया कि आरोपी ने ठीक ऐसे ही मैसेज उसकी दो बैचमेट को भी भेजे थे।
पुलिस ने जुलूस निकाला तो आरोपी सिर झुकाकर चलता रहा।
मैसेज में लिखा- मुझे प्यार चाहिए, बस एक बार
क्राइम ब्रांच ने धारा 354-ए के तहत आरोपी पर मामला दर्ज किया है। यह नोटिसेबल अपराध है। क्राइम ब्रांच ने 10 जनवरी को आरोपी को राउंडअप कर नोटिसेबल अपराध होने की वजह से नोटिस देकर छोड़ दिया था।
क्राइम ब्रांच के मुताबिक, आरोपी ने 3 जनवरी को मोबाइल नंबर 7440506634 से छात्रा को कॉल किया। नाम बताते हुए इंटरव्यू के बारे में चर्चा की। फिर आरोपी बोला- मुझे प्यार चाहिए बस एक बार, बार-बार नहीं बोलूंगा। फिर वॉट्सएप पर मैसेज कर गंदी डिमांड रखी।
आरोपी ने दो छात्राओं को भी यही मैसेज भेजा। छात्रा ने मैसेज डिलीट करने से पहले उसका स्क्रीनशॉट ले लिया था, जो क्राइम ब्रांच को उपलब्ध करवाया है। टीम में शामिल एसआई धर्मेंद्र शर्मा, हरेंद्र राजपूत और कीर्ति अजमेरिया ने मेटा कंपनी से मोबाइल नंबर की जानकारी निकलवाई। जो सिवनी निवासी संजीव कुमार के नाम पर जारी था। शिकायतकर्ता एमएससी की छात्रा है और रीवा की रहने वाली है। छात्रा ग्वालियर में रहकर पढ़ाई कर रही है। छात्रा के पिता भी शासकीय सेवा से रिटायर्ड हैं।
छात्रा बोली- एक घंटे में हां या न का जवाब मांगा था
मैं ग्वालियर के कॉलेज में पढ़ती हूं। तीन जनवरी को एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के प्लेसमेंट सेल में मप्र राज्य बीज निगम ने मेरा जॉब इंटरव्यू करवाया था। इंटरव्यू के कुछ घंटों बाद मुझे कॉल और वॉट्सएप मैसेज आने लगे। वॉट्सएप और ट्रू-कॉलर पर कॉल करने वाले का नाम आ रहा था। कॉल करने वाले ने मुझसे कहा कि वो इंटरव्यू पैनल से है।
आज (3 जनवरी को) उसने मेरा इंटरव्यू लिया है। वॉट्सएप पर कहा कि मैं आपका सेलेक्शन करवा सकता हूं, लेकिन इससे उसका क्या फायदा होगा। मुझसे कॉल पर बात करने की मांग की। कॉल पर उसने मेरा बैकग्राउंड और पर्सनल डिटेल जानी और जॉब के बदले सेक्स की डिमांड रखी। मुझे तत्काल एक घंटे में हां या ना बताने के लिए कहा। यह मेरे अलावा दो और लड़कियों के साथ हुआ। वह भी मेरे कॉलेज की छात्रा हैं। हमारे पास उसकी कॉल रिकॉर्डिंग और वॉट्सएप मैसेज के स्क्रीनशॉट हैं।
परेशान छात्रा ने उसके साथ इंटरव्यू देने पहुंचीं दो अन्य छात्राओं से बात की, तो पता चला कि उनके पास भी इसी तरह नौकरी के बदले इज्जत की डिमांड की गई है। परेशान छात्राएं ने अपनी तकलीफ सांझा की और उसके बाद शिकायत करना तय किया। इसके बाद छात्राएं क्राइम ब्रांच पहुंचीं और शिकायत की।
(जैसा पीड़ित छात्रा ने क्राइम ब्रांच को बताया)
सिवनी का रहने वाला आरोपी
डीएसपी क्राइम नागेन्द्र सिंह सिकरवार ने बताया कि शिकायत मिलते ही मामले की जांच के लिए थाना प्रभारी क्राइम ब्रांच को अमर सिंह सिकरवार को जिम्मेदारी दी। जांच की तो पता चला कि छात्राओं से अनैतिक मांग करने वाला आरोपी सिवनी का संजीव कुमार है। वर्तमान में भोपाल में पदस्थ था। टीम ने आरोपी की तलाश में दबिश दी और भोपाल से उसे दबोच लिया।
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