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68.30 प्रतिशत वोटिंग हुई बस्तर लोकसभा सीट पर: सभी मतदानकर्मी अंदरूनी इलाकों के पोलिंग बूथ से मुख्यालय पहुंचे, शांतिपूर्ण मतदान पहली बार हुआ /

जगदलपुर

छ्त्तीसगढ़ में बस्तर लोकसभा सीट के लिए इस बार 68.30 प्रतिशत मतदान हुआ है। पिछले चुनाव के मुकाबले 5 प्रतिशत वोटिंग बढ़ी है। इसकी सबसे बड़ी वजह अंदरूनी इलाके में सुरक्षा बलों की पैठ बढ़ना है। खास बात है कि नक्सलियों के सबसे कोर इलाके पूवर्ती, पोटाली जैसे इलाकों में भी ताबड़तोड़ वोटिंग हुई है। शनिवार देर शाम तक सभी पोलिंग पार्टियां जिला मुख्यालयों में लौट आई है।

दरअसल, बस्तर लोकसभा क्षेत्र में कुल 8 विधानसभा सीटें हैं। इन 8 विधानसभा क्षेत्र में कुल 1,957 मतदान केंद्र बनाए गए थे। इनमें 234 मतदान केंद्रों को शिफ्ट किया गया था। साथ ही 225 मतदान केंद्रों के लिए मतदान कर्मियों को हेलीकॉप्टर से रवाना किया गया था। बस्तर लोकसभा सीट पर DRG, STF, BSF, ITBP, CRPF, कोबरा समेत अन्य बटालियन के करीब 80 हजार से ज्यादा जवानों को तैनात किया गया था।

हेलीकॉप्टर से सभी पोलिंग दल लौट आए।

हेलीकॉप्टर से सभी पोलिंग दल लौट आए।

बस्तर में सबसे ज्यादा और बीजापुर में सबसे कम मतदान

बस्तर लोकसभा क्षेत्र में कुल 14 लाख 66 हजार 337 मतदाता हैं। इनमें 10 लाख 15 हजार 8 मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया है। बस्तर लोकसभा सीट पर सबसे ज्यादा बस्तर विधानसभा में 83.34 प्रतिशत मतदान हुआ है। जबकि, बीजापुर में सबसे कम 43.41 प्रतिशत मतदान हुआ है।

इस बार हुई 5 प्रतिशत ज्यादा वोटिंग

साल 2009 में बस्तर लोकसभा सीट पर 47.47 प्रतिशत, 2014 में 57.95 प्रतिशत, साल 2019 में 63.96 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। जबकि इस साल वोटिंग प्रतिशत बढ़ा और 68.30 प्रतिशत मतदान हुआ है। यह पिछले चुनाव से लगभग 5 प्रतिशत ज्यादा है। मत पेटियों को जगदलपुर में स्ट्रॉन्ग रूम में रख दिया गया है।

G सुंदरराज पी ने कहा कि जवानों की मुस्तैदी के बीच शांतिपूर्ण मतदान हुआ है।

फोर्स की पैठ बढ़ी, बैकफुट पर थे नक्सली

लोकसभा चुनाव से पहले बस्तर के अंदरूनी इलाकों तक फोर्स घुस चुकी थी। कई कैंप स्थापित किए गए थे। चुनाव से ठीक 2 दिन पहले कांकेर में पुलिस ने 29 नक्सलियों को ढेर कर दिया था। ऐसे में अंदरूनी इलाकों में पुलिस की पैठ बढ़ी थी। यही वजह रही कि नक्सली बैकफुट पर चले गए। इस लोकसभा चुनाव में नक्सली किसी बड़ी घटना को अंजाम देने में नाकामयाब रहे।

हालांकि चुनाव ड्यूटी के दौरान UBGL ब्लास्ट होने से एक जवान शहीद हो गया, जबकि एरिया डॉमिनेशन पर निकली पुलिस पार्टी का एक जवान IED की चपेट में आकर जख्मी हो गया। पिछले विधानसभा चुनाव में नक्सलियों ने अलग-अलग पोलिंग बूथ पर गोलीबारी की थी। IG सुदंरराज पी ने कहा कि इस बार जवानों की मुस्तैदी के बीच चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ।

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