शिवपुरी मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले में मानवता को शर्मसार कर देने वाला बँधुआ मजदूरी का मामला सामने आया है. यह बीमार मां का इलाज कराने के लिए महज 15 हजार के लिए भोपाल की एक 19 साल की युवती को पिछले 3 महीने से बँधुआ मजदूर का जीवन जीना पड़ रहा था.प्रशासन की टीम ने मंगलवार की दोपहर बैराड़ थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम डाबरपुरा में कार्यवाही कर 19 साल की युवती को द्वारा मुक्त कराया है.शिवपुरी जिला प्रशासन को बँधुआ मजदूर मुक्ति मौर्चा दिल्ली से सूचना प्राप्त हुई थी कि बैराड़ के डाबरपुरा में एक युवती को जबरन बंधक बनाकर बँधुआ मजदूरी कराई जा रही है.इस सूचना की तस्दीक के लिए पोहरी SDM जेपी गुप्ता ने बैराड़ तहसीलदार विजय शर्मा,एसआई नितिन भार्गव पुलिस और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम को डाबरपुरा गांव में दबिश देने भेजा.यहां से प्रशासन की टीम ने एक 19 साल की युवती को बरामद किया.जिससे जबरदस्ती बंधक बनाकर मारपीट कर घरेलू काम कराया जा रहा था.
मां का इलाज कराने लिए 15 हजार, बंधुआ मजदूरी से मुक्त करने मांगे 1 लाख रुपये
बैराड़ तहसीलदार विजय शर्मा ने बताया कि मुलत: झाबुआ की रहने वाली हाल निवासी भोपाल की एक 19 साल की युवती की माँ ने बँधुआ मजदूर मुक्ति मौर्चा दिल्ली को एक शिकायत दर्ज कराई जिसमें बताया कि मार्च 2021 में मेरी तबीयत खराब हो गई थी. इलाज के लिए मैंने शिवपुरी जिले के बैराड़ थाना क्षेत्र के ग्राम डाबरपुरा निवासी इंदर बेडिया से 15 हजार रुपये लिए इसके एवज में इंदर बेडिया मेरी बेटी को घरेलू काम करने अपने गांव ले गया. और अब तीन महीने बाद मेरी बेटी को जबरन बंधक बनाकर बँधुआ मजदूरी कराई जा रही है. इंदर बेडिया द्वारा बँधुआ मजदूरी से मुक्त करने अब 15 हजार के एवज में 1 लाख रुपये की मांग की जा रही है. बंधुआ मजदूर मुक्ति मोर्चा दिल्ली की शिकायती आवेदन पर कार्रवाई करते हुए मंगलवार को प्रशासन ने युवती को इंदर बेडिया के चंगुल से मुक्त करा लिया है. फिलहाल युवती को वन स्टॉप सेंटर शिवपुरी भेज दिया गया है. परिजनों को भोपाल सूचना देकर शिवपुरी बुलाया गया. तहसीलदार ने बताया कि आगे युवती जैसे बयान देगी उसी के अनुसार कार्रवाई की जावेगी.
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