शिवपुरी के ‘सखी रसोई’ नामक नवाचार को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल रही है। राष्ट्रीय स्तर से जारी न्यूजलेटर में भी इस पहल की सराहना करते हुए शामिल किया गया है। मध्यप्रदेश से शिवपुरी जिले के इस नवाचार को शामिल किया गया है।
हाल ही में शिवपुरी नगरपालिका परिषद ने ‘कबाड़ से जुगाड़’ की अवधारणा के तहत ‘सखी रसोई’ नामक एक अनूठी पहल शुरू की है। इससे न केवल जरूरतमंदों को किफायती दामों पर पौष्टिक भोजन मिलेगा, बल्कि महिला स्वयं सहायता समूहों के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। समूह की महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर भी बन सकेंगी। इस सखी रसोई का संचालन बाकड़े बाबा महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा किया जाएगा। विगत कुछ दिनों पहले नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा ने सखी रसोई का औपचारिक उद्घाटन किया था। नगर पालिका परिसर में स्थित यह रसोई आम जनता को गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध कराएगी। सखी रसोई को जो बात अलग बनाती है, वह है इसका पुनः उपयोग करने वाली सामग्री का उपयोग करके बनाया गया यह ‘कबाड़ से जुगाड़’ दर्शन का उदाहरण है। यह पहल न केवल संसाधनशीलता और स्वच्छता को बढ़ावा देती है, बल्कि सामुदायिक विकास और महिला सशक्तिकरण को भी बढ़ावा देती है। सखी रसोई के साथ शिवपुरी नगर पालिका ने यह प्रदर्शित किया है कि कैसे अभिनव समाधान सार्थक परिवर्तन ला सकते हैं, जिससे समाज और पर्यावरण दोनों को लाभ हो सकता है। सामाजिक उद्यमिता का यह मॉडल अन्य नगर पालिकाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है।

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