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रामनवमी पर 3 दिन 24 घंटे होंगे रामलला के दर्शन: उम्मीद है 50 लाख श्रद्धालुओं के आने की /उत्तरप्रदेश न्यूज़

अयोध्या

अयोध्या के मंदिर में विराजमान रामलला।

राम जन्म का पर्व…यानी रामनवमी। यह पर्व इस बार अयोध्या में खास होगा। भक्तों को 3 दिन तक लगातार 24 घंटे रामलला के दर्शन होंगे। राम मंदिर के कपाट सिर्फ पूजन-भोग के लिए बंद किए जाएंगे। 17 अप्रैल को रामनवमी के दिन अयोध्या के 10 हजार मंदिरों में ठीक दोपहर 12 बजे राम जन्म लेंगे। इस दिन अयोध्या में करीब 50 लाख लोगों के आने की उम्मीद है।

प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह पहली रामनवमी
रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा 22 जनवरी को हुई। इसके बाद 17 अप्रैल को पहली बार रामनवमी का पर्व है। यहां रामलला बाल स्वरूप में हैं। इसलिए उन्हें एक समय अंतराल के बाद विश्राम दिया जाता है। रामनवमी पर पहली बार ऐसा होगा, जब मंदिर के कपाट 3 दिन लगातार खुले रहेंगे। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को अयोध्या पहुंचे।

रामलला के दर्शन-पूजन के बाद उन्होंने अधिकारियों के साथ सुरक्षा को लेकर तैयार ब्लू प्रिंट पर चर्चा की। रामनवमी पर पूरे देश से भक्त अयोध्या पहुंचेंगे, इसलिए सिर्फ सुरक्षा ही नहीं, भक्तों के ठहरने और साफ पानी की व्यवस्था ठीक रखने के लिए भी कहा गया है।

मौजूदा वक्त में रामलला के दर्शन के लिए हर रोज 2 लाख लोग पहुंच रहे हैं।

मौजूदा वक्त में रामलला के दर्शन के लिए हर रोज 2 लाख लोग पहुंच रहे हैं।

अष्टमी, नवमी और दशमी को दिव्य दर्शन
रामनवमी के पर्व से एक दिन पहले यानी अष्टमी और एक दिन बाद यानी दशमी को भक्तों के अयोध्या पहुंचने का सिलसिला चलेगा। एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और बस अड्‌डों पर ट्रैफिक मैनेजमेंट की खास व्यवस्थाएं की जा रही हैं। भक्तों का आवागमन 24 घंटे होगा। इसलिए मंदिर के बाहर सिक्योरिटी मैनेजमेंट को लेकर 3 शिफ्ट में जवान तैनात होंगे। CCTV से 24 घंटे की निगरानी होगी।

2.5 KM से ज्यादा भक्त पैदल नहीं चलेंगे
रामनवमी पर ऐसी व्यवस्थाएं की जा रही हैं कि अयोध्या पहुंचने वाले भक्तों को 2.5 KM से ज्यादा पैदल नहीं चलना पड़े। उनके लिए लोकल कन्वेंस पर जोर दिया जा रहा है। इसके लिए परिवहन विभाग और नगर विकास विभाग को एक साथ मिलकर काम करने के लिए कहा गया है। इलेक्ट्रानिक बसें भी चल रही हैं।

अयोध्या में रामजन्मभूमि तक पहुंचने के लिए भक्तों को कई बैरियर से गुजरना पड़ता है।

अयोध्या में रामजन्मभूमि तक पहुंचने के लिए भक्तों को कई बैरियर से गुजरना पड़ता है।

10 हजार मंदिरों में जन्मोत्सव
अयोध्या में रामनवमी का मेला इस बार 9 अप्रैल से शुरू होकर 9 दिन मनाया जाएगा। रामनवमी की दोपहर ठीक 12 बजे मंगल ध्वनियों के बीच रामलला का जन्म होगा। यह उत्सव रामजन्मभूमि, कनक भवन, हनुमानगढ़ी, मणिराम दास छावनी, श्रीरामवल्लभाकुंज, दशरथ महल, रामलला सदन, रंग महल, लक्ष्मण किला और सियाराम किला समेत 10 हजार मंदिरों में मनाया जाएगा।

5-5 एकड़ की पार्किंग बन रही
रामनवमी के पर्व पर अयोध्या में करीब 20 लाख श्रद्धालु पहुंचते आए हैं। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद ये पहली रामनवमी है। इसलिए करीब 50 लाख भक्तों के यहां पहुंचने का अनुमान है। अयोध्या से जुड़े सभी राजमार्गों के किनारे 5-5 एकड़ की पार्किंग बनाई जा रही है। पार्किंग के साथ रूट डायवर्जन प्लान भी बनाए जा रहे हैं।

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