अयोध्या
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद अयोध्या में हर दिन 2 लाख श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। रामलला को गर्भगृह में देखने के बाद देश-दुनिया से पहुंचे श्रद्धालु उन्हें अपने घर तक ले जाने का प्रयास कर रहे हैं।
इसके लिए रामलला की तस्वीर का ही सहारा है। 6 डिजाइन में अयोध्या में मार्केट में मौजूद रामलला की तस्वीरों को श्रद्धालु खरीद रहे हैं। सिर्फ 4 दिन में 50 हजार से ज्यादा तस्वीरें बिकी हैं।
अयोध्या में 60 प्रिंटिंग प्रेस, मगर तस्वीर एक ही प्रेस छाप रही
दरअसल, 22 जनवरी को राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई। देश-दुनिया से हस्तियां अयोध्या पहुंची। अयोध्या में काम करने वाले बड़ी-छोटी 60 प्रिंटिंग प्रेस ने रामलला की पहली तस्वीर प्रिंट करके मार्केट में देने का प्रयास शुरू किया। मगर नागेश्वर प्रिंटिंग प्रेस पहली तस्वीर मार्केट में 24 जनवरी की सुबह दे सका।
इस प्रिंटिंग प्रेस के मालिक कुलदीप का कहना है कि 23 जनवरी को हमें डिजाइन तय करने में वक्त लगा। 28 जनवरी तक हम 75 हजार से ज्यादा की कापी प्रिंट करके मार्केट में दे चुके थे। करीब 50 हजार से ज्यादा कापी बिक भी चुकी है। शुरुआत में 12 कैटेगरी के डिजाइन तैयार हुए। इनमें 6 डिजाइन मार्केट में उपलब्ध कराए गए। जिन्हें लोग काफी पसंद कर रहे हैं।
कुलदीप बताते है कि तस्वीरों को थोक विक्रेता खरीदकर ले जाते हैं, जिसे लेमिनेशन और शीशे के फ्रेम में मढा जाता है। इसके बाद इनकी बिक्री करते है।
ऑर्डर देने के 7 दिन बाद डिलीवरी मिल रही
फुटकर दुकानदार प्रदीप कुमार के मुताबिक, धार्मिक सामग्री बेचने वालों का अयोध्या में कोई सटीक आंकड़ा नहीं है। लेकिन, अधिकांश दुकानों पर रामलला के बाल स्वरूप की तस्वीर पहुंच चुकी हैं। इन्हें खुद ही लोग ढूंढते हुए पहुंच रहे हैं। डिमांड को देखते हुए हम सप्लायर से ज्यादा तस्वीर मांग रहे हैं, लेकिन ऑर्डर 7 दिन बाद ही मिलने की बात कही जा रही है। क्योंकि, डिमांड बहुत ज्यादा है।
हम रामलला की पूजा करेंगे…
छत्तीसगढ़ के अनिल गुप्ता कहते हैं कि रामलला को देखकर इतना सुकून मिला कि उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है।
अयोध्या के मार्केट में प्रभु रामलला की तस्वीर 10 रुपए से लेकर 2000 रुपए तक उपलब्ध है। इनका दाम फ्रेम और साइज के अनुसार निर्धारित किया गया है।
छत्तीसगढ़ के अनिल गुप्ता फोटो खरीद रहे थे। जब हमने उनसे पूछा कि क्या खास लगा इस तस्वीर में? उन्होंने कहा कि प्रभु की छवि इतनी मनमोहक है कि इन्हें अपने साथ तो ले जाना ही पड़ेगा। यह तस्वीर अपने मंदिर में लगाएंगे।
कर्नाटक के शांतनु भी राम लला की फोटो को खरीद रहे थे। वह कहते है कि रामलला को पहले भी पूजते थे। अब बाल स्वरूप सामने हैं, उन्हें मंदिर में उचित स्थान देंगे। पूजा करेंगे।
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