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शिवपुरी में कुपोषित से 2 बच्चियों की हुई मौत, जिम्मेदार बोलें की दस्त से गई जान, बजन भी 5 किलो, पसली तक दिखने लगी / Shivpuri News

शिवपुरी: शिवपुरी के एनआरसी में कुपोषित बच्चों को राहत की सांस नहीं मिल रही हैं. ऐसा ही मामला सामने आया हैं. जहां शिवपुरी में दो कुपोषित बच्चियों की मौत हो गई हैं. इनमें से एक शिवपुरी जिले के पाेहरी तहसील के पटपरी गांव की लाली पुत्री साेनू आदिवासी उम्र 1 साल तो दूसरी मुरैना जिले की जौरा तहसील की प्रीति पुत्री रामभरत आदिवासी उम्र 1 साल है। दोनों का वजन 5 किलो के करीब था, जबकि डब्ल्यूएचओ के अनुसार 8 से 9 किलो होना चाहिए.


इन बच्चियों को पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) में भर्ती कराया गया था। सेहत में सुधार न होने पर परिजन घर ले आए थे। महिला एवं बाल विकास विभाग का कहना है कि मौत दस्त से हुई। एकीकृत बाल विकास परियोजना के सीडीपीओ नीरज सिंह गुर्जर का कहना है कि दोनों बच्चियों को निमोनिया की शिकायत थी। दस्त के कारण मौत हुई है। इनमें एक बच्ची मुरैना के गांव की है।

ग्रामीण बोले- दो बच्चियों की मौत के बाद शुरू किया राशन बांटना… एनआरसी में 6 बच्चे भर्ती
गांव में बच्चों को न पोषण आहार बंट रहा था, न यहां आंगनवाड़ी भवन है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता रचना वर्मा ने बताया कि यहां 112 बच्चे दर्ज हैं, पर मांगने पर रजिस्टर नहीं दिया। प्रीति की मां सुमित्रा का पटपरी में मायका है। रक्षाबंधन से एक माह पहले वह मायके आई थी।

नौ अगस्त को प्रीति को पोहरी एनआरसी में भर्ती कराया गया था। फिर शिवपुरी एनआरसी लाए। यहां भी सुधार नहीं हुआ तो घर ले आए। 6 सितंबर को प्रीति ने दम तोड़ दिया। उसे उल्टी और दस्त की शिकायत थी। 7 सितंबर को लाली ने भी दम तोड़ दिया। लाली को भी यही परेशानी थी। उसे भी एनआरसी में भर्ती कराया गया था। ग्रामीणों ने बताया कि दो बच्चियों की मौत के बाद मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने पटपरी में टेक होम राशन शुरू किया। पोहरी के एनआरसी में शनिवार की शाम 6 कुपोषित बच्चे भर्ती थे। इनमें भावखेड़ी के 4 आदिवासी हैं।

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