शिवपुरी: जिले के बैराड़ थाना अंतर्गत झलवासा गांव में एक दलित परिवार के साथ मारपीट, जान से मारने की धमकी और जातिसूचक गालियां देने का मामला सामने आया है।
पीड़ितों का आरोप है कि गांव के कुछ दबंग आरोपियों ने उनके मकान पर कब्जा करने की नीयत से उनके घर पर हमला किया, लेकिन थाने में शिकायत के बावजूद पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की।
थाने में सुनवाई न होने से निराश होकर पीड़ित परिवार बुधवार देर रात ट्रैक्टर-ट्रॉली में गृहस्थी का सामान भरकर एसपी कार्यालय के लिए रवाना हुआ। हालांकि, रास्ते में ट्रैक्टर खराब हो गया और परिवार को रात सड़क किनारे ही गुजारनी पड़ी। गुरुवार सुबह वे ट्रॉली में बैठकर शिवपुरी एसपी ऑफिस पहुंचे और बाहर धरने पर बैठ गए। धरना स्थल पर उन्होंने चूल्हा जलाकर खाना भी बनाया।
पीड़ितों ने बताया कि 16 अप्रैल की रात करीब 11 बजे वे खेत पर गए थे। इसी दौरान गांव के दीपक, दुर्गेश, गोविंदा, विनोद, देवेश, विवेक, प्रेमसिंह और प्रमोद धाकड़ ने उन पर हमला कर दिया।
डंडों, लात-घूंसे और पत्थरों से किए गए हमले में भूरा जाटव, राकेश जाटव, मुन्नीबाई, छोटू जाटव और ज्ञानी जाटव गंभीर रूप से घायल हो गए।
पीड़ितों का कहना है कि आरोपियों ने जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए घर खाली करने और जान से मारने की धमकी भी दी।
धरने की सूचना मिलते ही एडिशनल एसपी संजीव मुले मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिवार से बातचीत की। उन्होंने परिवार को आश्वस्त किया कि बैराड़ थाना प्रभारी को मामले की जांच कर आवश्यक कानूनी कार्यवाही करने के निर्देश दे दिए गए हैं। आश्वासन मिलने के बाद पीड़ित परिवार धरना समाप्त कर अपने गांव लौट गया।

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