मेडिकल कॉलेज में धूमधाम से मनाई गई अंबेडकर जी की 134वीं जयंती
शिवपुरी। स्वतंत्र भारत के प्रथम कानून मंत्री, भारतीय संविधान के प्रमुख वास्तुकार व महान समाज सुधारक बाबासाहब डॉ भीमराव आंबेडकर की 134 वीं जयंती के अवसर पर सोमवार को श्रीमंत राजमाता विजयाराजे सिंधिया चिकित्सा महाविद्यालय में कार्यक्रम आयोजित किया। इस अवसर पर बतौर मुख्यातिथि एडिशनल डिस्टिक जज राजीव राव गौतम,अध्यक्षता अधिष्ठाता डॉक्टर डी.परमहंस, विशिष्ट अतिथि एमपी सत्यार्थी, अधीक्षक आशुतोष चौऋषि, पी.के. गौतम, आंनद राजे, डॉक्टर राजेश अहिरवार, डॉक्टर पंकज शर्मा, डॉक्टर प्रीति निगोटिया, डॉक्टर रमन, डॉक्टर शिखा, डॉक्टर शैली, डॉक्टर गौरव, डॉक्टर विकास सहित वरिष्ठ चिकित्सक शिक्षक, डॉक्टर्स ने शिरकत की। कार्यक्रम के दौरान एमबीबीएस छात्र छात्राओं द्वारा भाषण, रंगोली, बैनर पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित की गई। प्रतियोगिता के दौरान प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान प्राप्त हासिल किया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉक्टर डी.परमहंस ने बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर जी को याद करते हुए कहा कि डॉ. भीमराव अम्बेडकर का दृष्टिकोण, उनकी विचारधारा मानववादी रही है। उनका उदेश्य शोषित, पीड़ीत एवं सर्व समाज का विकास करना एवं उन्हें उनके मानव अधिकारों से सजग कराना एवं मानवीय अधिकार दिलाना था। इसके साथ ही अंबेडकर जी महिलाओं को संवैधानिक अधिकार दिलाने के पक्षधर थे। जिससे महिलाओं को भी सामाजिक, शैक्षिक एवं राजनीतिक स्तर पर समानता का अधिकार मिल सके।
इस दौरान कम्यूनिटी मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉक्टर राजेश अहिरवार का कहना था कि बाबासाहब डॉ भीमराव आंबेडकर जी के विचार समानता, शिक्षा और समाजिक उत्थान पर केंद्रित थे, जिन्होंने भारतीय समाज में सामाजिक सुधार लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इस दौरान सभी ने अपने-अपने विचार प्रकट की ओर भीमराव अंबेडकर जी के पद चिन्हों पर चलने की बात कही इस दौरान स्टाफ, प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र, स्मृति चिन्ह के साथ सम्मानित भी किया गया।



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