लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी पार्टियों ने I.N.D.I.A गठबंधन तैयार किया है, लेकिन अभी तक सीट शेयरिंग को लेकर आपसी राय नहीं बन पाई है। इस बीच आज कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) सीट बंटवारे को लेकर बैठक होगी। इसमें पंजाब और दिल्ली की लोकसभा सीटों को लेकर चर्चा होगी। कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा कि आज दोपहर 12 बजे मीटिंग होगी। इसमें AAP की तरफ से केजरीवाल की जगह सांसद संदीप पाठक, कैबिनेट मंत्री अतिशी और सौरभ भारद्वाज शामिल होंगे।
AAP-कांग्रेस के बीच तालमेल नहीं बन रहा
दिल्ली-पंजाब को लेकर कांग्रेस का आम आदमी पार्टी के साथ तालमेल नहीं बैठ रहा है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में पंजाब के लोगों से 13 में से 13 लोकसभा सीटें मांगी थी। सीएम केजरीवाल के इस बयान के बाद पंजाब में सीट शेयरिंग कैसे होगी इस पर सवाल है।
राहुल-केजरीवाल की यह तस्वीर अगस्त 2023 में इंडिया गठबंधन की बैठक के दौरान की है।
सीट शेयरिंग को लेकर कांग्रेस-TMC में खींचतान
पश्चिम बंगाल के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने राज्य के मुर्शिदाबाद में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर आरोप लगाया कि वे लोकसभा चुनाव के लिए राज्य की सीटों का ईमानदारी से बंटवारा नहीं कर रही हैं। 4 जनवरी को न्यूज एजेंसी ने उनका यह बयान जारी किया। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि बयान कब दिया गया।
अधीर रंजन ने कहा कि ममता इस वक्त पीएम मोदी की खुशामद में लगी हैं। इसलिए वे गठबंधन की राजनीति नहीं करना चाहती हैं। अगर वे गठबंधन की राजनीति करेंगी तो पीएम मोदी गुस्सा हो जाएंगे। मोदी जी को जिस बात पर गुस्सा आता है, ममता दीदी वो काम नहीं करती हैं।
अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि चुनाव जीतने के लिए ममता को कांग्रेस की जरूरत है, कांग्रेस अपने दम पर चुनाव जीत सकती है।
ममता पर भरोसा नहीं किया जा सकता
अधीर ने कहा कि ममता बनर्जी कह रही हैं वे राज्य में कांग्रेस को दो सीटें देंगी। ये दो सीटें वे हैं, जो कांग्रेस पहले ही जीत चुकी है। वहां कांग्रेस के सांसद हैं, तो ममता हमें नया क्या दे रही हैं? ये दो सीटें हमने ममता बनर्जी और भाजपा को हराकर जीती हैं।
ममता ये सीटें देकर क्या हम पर कोई एहसान कर रही हैं? कौन अब उन पर भरोसा करेगा? चुनाव जीतने के लिए ममता को कांग्रेस की जरूरत है। कांग्रेस अपने दम पर चुनाव लड़ने और इससे ज्यादा सीटें जीतने में सक्षम है। हम उन्हें दिखा देंगे। हमें ये दो सीटें रखने के लिए ममता की दया नहीं चाहिए।
2019 लोकसभा चुनाव में TMC ने राज्य की 22 सीटें जीती थीं
पश्चिम बंगाल में लोकसभा की 42 सीटें हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में TMC ने 43% वोटों के साथ 22 सीटें जीती थीं। 2014 के चुनाव के मुकाबले पार्टी ने 12 सीटें गंवाई थीं। वहीं, भाजपा दूसरी सबसे बड़ी पार्टी रही। भाजपा ने 18 सीटों पर जीत दर्ज की थी। 2014 के चुनाव के मुकाबले भाजपा को 16 सीटों की बढ़त मिली थी। कांग्रेस सिर्फ दो ही सीटें जीत पाई थी।
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