मुंबई। मुंबई से एक विचित्र घटना की खबर सामने आई है।
जिसमें एक आदमी ने अपनी 22 वर्षीय गर्भवती पत्नी के पीठ में इंजेक्शन
सिरिंज चुभो दी। बाद में महिला को पता चला कि वह सिरिंज एचआईवी संक्रमित
महिला के रक्त से भरी थी।
घटना के बाद अभिमन्यु कांबले नाम वाले इस
व्यक्ति को 6 सितंबर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। बाद में पता चला कि आपस
में हुए विवाद के दौरान उसने अपनी पत्नी की पीठ पर एक लाल तरल से भरा
सिरिंज इंजेक्ट किया था। इस हमले के बाद पीड़िता पत्नी का गर्भपात हो गया
था।
क्या था मामला
26 वर्ष के अभिमन्यु तथा
अनीता की पहली मुलाकात वर्ष 2014 में हुई थी। अगले साल उन्होंने शादी भी कर
ली थी। शादी के एक साल बाद ही अभिमन्यु ने अपनी पत्नी को शारीरिक रुप से
प्रताड़ित करना शुरु कर दिया था। जिसके बाद 2016 में अनीता ने तिलक नगर
थाने में घरेलू हिंसा का मामला दर्ज कराया था। लेकिन जब इन घटनाओं में कोई
कमी नहीं आई तो अनीता ने तलाक की अर्जी दायर की।
अनीता पर हमला तब
किया गया जब अनीता- अभिमन्यु तथा उसके परिवार के सदस्य कोर्ट में गये थे।
वे दोनों बहस कर रहे थे इसी बीच इस बहस ने हिंसक मोड़ ले लिया। पीड़िता ने
अपने माता-पिता को बताया कि वह शौचालय का प्रयोग करना चाहती थी और जब वह जा
रही थी तभी उसने अपनी पीठ पर दर्द को महसूस किया।
अनीता ने बताया कि
दर्द महसूस होने के बाद उसने सिरींज को वापस निकाला और अपने पास खड़े पति
को धक्का देकर अपने से दूर किया। इसके बाद आरोपी पति घटनास्थल से फरार हो
गया लेकिन उसे बांद्रा कुर्ला कॉप्लेक्स की पुलिस ने जल्द ही गिरफ्तार कर
लिया।
पुलिस द्वारा रक्त के बारे में पूछताछ करने पर अभिमन्यु ने
स्वीकार किया कि यह खून एचआईवी रोगी एक महिला से निकाला गया है। पूछताछ के
दौरान उसने पुलिस को बताया कि उसकी बहन ने नर्सिंग का कोर्स किया है और वह
नवी मुंबई के अस्पताल में काम करती है। उसी ने खून की व्यवस्था करने में
मदद की थी।
जिसमें एक आदमी ने अपनी 22 वर्षीय गर्भवती पत्नी के पीठ में इंजेक्शन
सिरिंज चुभो दी। बाद में महिला को पता चला कि वह सिरिंज एचआईवी संक्रमित
महिला के रक्त से भरी थी।
घटना के बाद अभिमन्यु कांबले नाम वाले इस
व्यक्ति को 6 सितंबर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। बाद में पता चला कि आपस
में हुए विवाद के दौरान उसने अपनी पत्नी की पीठ पर एक लाल तरल से भरा
सिरिंज इंजेक्ट किया था। इस हमले के बाद पीड़िता पत्नी का गर्भपात हो गया
था।
क्या था मामला
26 वर्ष के अभिमन्यु तथा
अनीता की पहली मुलाकात वर्ष 2014 में हुई थी। अगले साल उन्होंने शादी भी कर
ली थी। शादी के एक साल बाद ही अभिमन्यु ने अपनी पत्नी को शारीरिक रुप से
प्रताड़ित करना शुरु कर दिया था। जिसके बाद 2016 में अनीता ने तिलक नगर
थाने में घरेलू हिंसा का मामला दर्ज कराया था। लेकिन जब इन घटनाओं में कोई
कमी नहीं आई तो अनीता ने तलाक की अर्जी दायर की।
अनीता पर हमला तब
किया गया जब अनीता- अभिमन्यु तथा उसके परिवार के सदस्य कोर्ट में गये थे।
वे दोनों बहस कर रहे थे इसी बीच इस बहस ने हिंसक मोड़ ले लिया। पीड़िता ने
अपने माता-पिता को बताया कि वह शौचालय का प्रयोग करना चाहती थी और जब वह जा
रही थी तभी उसने अपनी पीठ पर दर्द को महसूस किया।
अनीता ने बताया कि
दर्द महसूस होने के बाद उसने सिरींज को वापस निकाला और अपने पास खड़े पति
को धक्का देकर अपने से दूर किया। इसके बाद आरोपी पति घटनास्थल से फरार हो
गया लेकिन उसे बांद्रा कुर्ला कॉप्लेक्स की पुलिस ने जल्द ही गिरफ्तार कर
लिया।
पुलिस द्वारा रक्त के बारे में पूछताछ करने पर अभिमन्यु ने
स्वीकार किया कि यह खून एचआईवी रोगी एक महिला से निकाला गया है। पूछताछ के
दौरान उसने पुलिस को बताया कि उसकी बहन ने नर्सिंग का कोर्स किया है और वह
नवी मुंबई के अस्पताल में काम करती है। उसी ने खून की व्यवस्था करने में
मदद की थी।
Be First to Comment