
ED ने केजरीवाल को तीसरी बार समन भेज कर 3 जनवरी को पूछताछ के लिए बुलाया था। इसके पहले 2 नवंबर और 21 दिसंबर को भी पेश होने को कहा था।
दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल गुरुवार (4 जनवरी) को गिरफ्तार हो सकते हैं। दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी और सौरभ भारद्वाज ने बुधवार (3 जनवरी) देर रात सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसकी आशंका जताई।
आतिशी ने अपने पोस्ट में लिखा- खबर आ रही है कि अरविंद केजरीवाल के आवास पर कल सुबह ED की रेड पड़ेगी। गिरफ्तारी की संभावना भी है। सौरभ भारद्वाज ने लिखा- कल सुबह CM केजरीवाल के घर ED उन्हें गिरफ्तार करने वाली है।
उधर, न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक ED अरविंद केजरीवाल की तरफ से भेजे गए 5 पन्नों के जवाब की जांच रही है। एजेंसी समन को अवैध बताने के आरोपों को खारिज करते हुए चौथा समन भेज सकती है।
इस बीच AAP के सूत्रों के मुताबिक अरविंद केजरीवाल 6 जनवरी को लोकसभा चुनाव के मद्देनजर 3 दिन के गुजरात दौरे पर रवाना हो रहे है। इस दौरान वे जनसभाएं करेंगे। वे जेल में बंद आप नेता चैतर वसावा से मुलाकात कर सकते हैं।

आतिशी ने 3 जनवरी की रात 11:50 बजे X पर पोस्ट किया। इसके दो मिनट बाद सौरभ भारद्वाज ने भी पोस्ट के जरिए CM केजरीवाल की गिरफ्तारी की आशंका जताई।
तीन समन के बाद भी पेश नहीं हुए केजरीवाल
दिल्ली शराब नीति केस में ED ने केजरीवाल को तीसरी बार समन भेज कर पूछताछ के लिए बुलाया था। हालांकि, केजरीवाल पेश नहीं हुए। उनकी तरफ से 5 पन्नों के ED को कहा गया कि वे राज्यसभा चुनाव और गणतंत्र दिवस की तैयारियों में व्यस्त हैं। उनसे जो भी पूछना हो लिखित में भेज दें।
इसके पहले ED ने 2 नवंबर और 21 दिसंबर को उन्हें पेश होने को कहा था। तब, केजरीवाल ने इन दोनों समन को गैरकानूनी और राजनीति से प्रेरित बताया और ED के सामने पेश हाेने से इनकार कर दिया। 21 दिसंबर का समन मिलने के बाद केजरीवाल 10 दिन के विपश्यना के लिए पंजाब के होशियारपुर चले गए थे।

बुधवार (3 जनवरी) की सुबह अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास के बाहर गहमा-गहमी दिखी।
ED को गिरफ्तार करने का अधिकार, तो केजरीवाल जा सकते हैं कोर्ट
कानून के जानकारों के अनुसार, सीएम केजरीवाल के बार-बार पेश नहीं होने पर ED उनके खिलाफ जमानती वारंट जारी कर सकती है। उसके बाद भी पेश नहीं होने पर धारा 45 के तहत गैर जमानती वारंट जारी कर सकती है।
PMLA के जानकार बताते हैं कि पेश नहीं हो पाने की ठोस वजह बताई जाती है तो ED समय दे सकती है। फिर दोबारा नोटिस जारी करती है। PMLA एक्ट में नोटिस की बार-बार अवहेलना पर गिरफ्तारी हो सकती है।
अगर सीएम केजरीवाल आगे पेश नहीं होते हैं तो जांच अधिकारी आवास पर जाकर पूछताछ कर सकते हैं। ठोस सबूत होने पर या सवालों के संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर गिरफ्तार कर सकते हैं।
वहीं, केजरीवाल वारंट जारी होने के बाद कोर्ट जा सकते हैं और अपने एडवोकेट की मौजूदगी में जांच में सहयोग करने का वादा कर सकते हैं। इस पर कोर्ट ईडी को उन्हें गिरफ्तार नहीं करने का निर्देश दे सकती है।

अरविंद केजरीवाल 30 दिसंबर को विपश्यना मेडिटेशन सेंटर से लौटे। उनके साथ पंजाब CM भगवंत मान भी थे।
आतिशी ने 2 नवंबर को भी गिरफ्तारी का दावा किया था
ये पहली बार नहीं है जब AAP नेताओं ने केजरीवाल की गिरफ्तारी की आशंका जताई है। इससे पहले आतिशी ने 31 अक्टूबर को कहा था कि CM केजरीवाल 2 नवंबर को गिरफ्तार हो सकते हैं। ED ने इस दिन केजरीवाल को पूछताछ के लिए बुलाया था।
2 नवंबर की सुबह दिल्ली में गहमा-गहमी थी। राजघाट पर पुलिस बढ़ा दी गई थी। उम्मीद थी कि ED ऑफिस जाने से पहले अरविंद केजरीवाल बापू की समाधि पर जाएंगे। हालांकि, केजरीवाल ED के समन पर पेश नहीं हुए। उन्होंने चिट्ठी लिखकर इस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बता दिया।
CBI ने अप्रैल में केजरीवाल से पूछताछ की थी

16 अप्रैल को अरविंद केजरीवाल पूछताछ के लिए CBI दफ्तर पहुंचे थे।
इसी साल अप्रैल में शराब नीति केस में CM केजरीवाल से CBI ने अपने ऑफिस में करीब साढ़े 9 घंटे तक पूछताछ की थी। इस दौरान लगभग 56 सवाल पूछे गए। केजरीवाल सुबह 11 बजकर 10 मिनट पर एजेंसी के ऑफिस पहुंचे थे और रात 8:30 बजे बाहर आए।
केजरीवाल ने कहा था- मैंने CBI के सभी सवालों के जवाब दिए। हमारे पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है। AAP कट्टर ईमानदार पार्टी है। हम मर-मिट जाएंगे पर कभी अपनी ईमानदारी के साथ समझौता नहीं करेंगे। वे AAP को खत्म करना चाहते हैं, लेकिन देश की जनता हमारे साथ है।











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