शिवपुरी। जिले को कोरोना संक्रमण मुक्त बनाने के लिए लगातार प्रशासन पुलिस की टीम समन्वय से काम कर रही है। कैबिनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया द्वारा लगातार समीक्षा की जा रही है। लगातार प्रयासों से पॉजिटिव केस की संख्या कुछ कम हुई है। जब जिले में कोरोना के केस अचानक बहुत बढ़ने लगे तब इससे न केवल शहरी क्षेत्र बल्कि ग्रामीण क्षेत्र भी प्रभावित हुआ। ग्राम पंचायतें भी रेड जोन में शामिल हुईं लेकिन इस समय जिले की 431 ग्राम पंचायतें कोरोना मुक्त पंचायत हैं , जिनमें कोई भी कोविड पॉजिटिव केस नहीं है।
जिले में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कोरोना कर्फ्यू लगाया गया है जिससे लोगों का आवागमन रुके और एक दूसरे से संपर्क ना हो। इससे संक्रमण की चैन को तोड़ा जा सके। गॉव में कोई पॉजिटिव केस आने पर कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की गयी और संपर्क में आने वाले लोगों की कोरोना की जांच कराई गई। मरीजों को आइसोलेट किया गया। कोविड केयर सेंटर में भी भर्ती कराया जा रहा है, जहां मरीजों के लिए उचित खानपान, देखभाल आदि की व्यवस्था की गई है।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एच पी वर्मा ने बताया कि कोरोना कर्फ्यू लागू करके ग्राम पंचायतों एवं नगरीय निकायों को तीन भागों में विभक्त किया गया जिसमें 5 से अधिक संक्रमित क्षेत्र को रेड जोन 1 से 4 तक संक्रमित मरीज होने पर यलो जोन और जहां कोई केस नहीं था उसे ग्रीन जोन में बांटकर लगातार मॉनिटरिंग की गई।
कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह द्वारा नोडल अधिकारी नियुक्त कर सभी को अपने अपने क्षेत्र में भ्रमण कर निगरानी रखने के निर्देश दिए गए। किल कोरोना अभियान के तहत संदिग्ध मरीजों को दवा वितरण और टेस्ट के लिए भेजा गया, जिससे कि कई लोग सामने आए जिनका समय पर टेस्ट और इलाज हो सका। इसी का परिणाम है कि आज ग्रामीण क्षेत्र में 587 ग्राम पंचायतों में से केवल 2 पंचायतें रेड जोन में है। 154 ग्राम पंचायत यलो जोन और वर्तमान में 431 ग्राम पंचायतें कोरोना मुक्त पंचायतें हैं।
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