
नजदीकी गोदाम की मैपिंग, फिर भी अधिक दूरी के वेयर हाउस ले जा रहे गेहूं
शिवपुरी| जिले के करैरा ब्लॉक में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदने के लिए अधिकारियों ने मनमाने ढंग से किसानों की मैपिंग कर दी। दरअसल जिस गांव में उपार्जन केंद्र बनाए हैं, व
हां के किसानों की 20 किमी दूर दूसरी सोसायटी पर मैपिंग कर दी है। इस कारण किसानों को लंबी दूरी के साथ समय और भाड़े के रूप में नुकसान उठाना पड़ रहा है।
समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी में कुछ जगह गलत मेपिंग के कारण किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। किसानों का परिवहन का खर्च भी बढ़ गया है। करैरा तहसील के थनरा गांव में खरीद केंद्र बना है। लेकिन यहां पर इसी थनरा गांव के लोग अपना गेहूं नहीं बेच सकते। थनरा का खरीद केंद्र 12 किमी दूर दबरा गांव में बनाया गया है। कूड गांव के लोगों को भी अपना गेहूं 20 किमी दूर टीला में बेचने जाना पड़ रहा है। जबकि कूड का नजदीक खरीद केंद्र थनरा है। थनरा से कूड गांव महज डेढ़ किमी दूर है। यदि कूड गांव का खरीद केंद्र थनरा बना दिया जाए तो किसानों को राहत रहेगी। कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने इस मामले को दिखवाने की बात कही है।
पिछोर ब्लॉक में खरीदे जा रहे गेहूं का भंडारण नजदीकी गोदाम में न करते हुए दूसरे ब्लॉक के गोदाम में किया जा रहा है। लंबी दूरी की वजह से भाड़ा अधिक लग रहा है, जिससे सरकार को लाखों का नुकसान हो रहा है। संतोष कुमार तायल ने एमपी स्टेट सिविल सप्लाइज कॉर्पोरेशन के जिला प्रबंधक से ट्रांसपोर्टर के खिलाफ लिखित शिकायत की है। तायल का कहना है कि पिछोर के जुंगीपुर में 24 हजार मीट्रिक टन की चार यूनिट तैयार हो चुकी हैं। भंडारण के लिए मैपिंग भी हो चुकी है। इसके बाद भी गेहूं का परिवहन महादेव गुड्स कॅरियर द्वारा जिले की दूसरी तहसील के गोदामों में किया जा रहा है। अधिक दूरी से परिवहनकर्ता को लाभ पहुंच रहा है। परिवहनकर्ता पंकज गुप्ता का कहना है कि गोदाम जाने का रास्ता खराब है। इससे गाड़ियां फंस जाती हैं। वहीं संतोष तायल का कहना है कि जानबूझकर गलत रास्ते से गाडियां ले जाते हैंद्ध सिविल सप्लाइज कॉर्पोरेशन शिवपुरी के सत्यनारायण माहेश्वरी का कहना है कि स्थिति क्या है पता लगाकर व्यवस्था में सुधार लाएंगे।
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