रायपुर। माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) 11 वीं की
परीक्षा सीबीएसई की तर्ज पर लेगा। इसके लिए एनसीईआरटी के ही ब्लू प्रिंट
(परीक्षा योजना) को लागू करने की तैयारी है। इसके हिसाब से अब थ्योरी का
पेपर 70 नंबर, जबकि प्रैक्टिकल 30 नंबर का होगा।
अभी तक राज्य में
कक्षा ग्यारहवीं के लिए एससीईआरटी (राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण
परिषद) की किताबें चल रही थीं। लेकिन इस सत्र में माशिमं ने इन्हें बदलकर
एनसीईआरटी (राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद) की किताबें
लागू कर दी हैं।
लिहाजा अब किताबों के साथ-साथ परीक्षा में भी बदलाव
हो जाएगा। इसी साल से लागू हो जाएगा नया पैटर्न कक्षा 11वीं में एनसीईआरटी
की किताबें लागू करने के बाद माशिमं ने इसके लिए कोई ब्लूप्रिंट लागू नहीं
किया था।
पहले तय किया गया था कि नए सिरे से ब्लू प्रिंट बनाया
जाएगा, लेकिन अब यह एनसीईआरटी की परीक्षा योजना को जस का तस लागू करने जा
रहा है। अब भूगोल, जीव विज्ञान, रसायन, भौतिकी समेत अन्य विषय जिसमें
प्रैक्टिकल लागू है, उसकी परीक्षाएं अब 70 अंक की थ्योरी और 30 अंक के लिए
प्रैक्टिकल होगा।
स्थानीय स्तर पर परीक्षा माशिमं बनाएगा पर्चा
माशिमं ने इस साल 9वीं और 11वीं की परीक्षाएं स्थानीय स्तर पर ही कराने का
निर्णय लिया है, लेकिन प्रश्न पत्र माशिमं ने ही बनाने का निर्णय लिया है।
अभी तक इन परीक्षाओं के लिए स्कूल स्तर पर पर्चे तैयार हो रहे थे। अब इन
दोनों कक्षाओं की परीक्षा बोर्ड परीक्षा के आधार पर होगी, लेकिन मूल्यांकन
स्थानीय स्तर पर ही होगा।
वहीं इस साल से नौवीं में 75 अंक का पर्चा
होगा। हर सब्जेक्ट में 25-25 अंक के प्रोजेक्ट प्रैक्टिकल होगा। प्रोजेक्ट
के टॉपिक माशिमं देगा, लेकिन इसकी पूरी प्रक्रिया स्कूल स्तर पर ही होगी।
माशिमं के प्रश्न पत्र बनाने के कारण अब राज्य स्तर पर एक ही तरह का पर्चा
होगा।
– 11 वीं में एनसीईआरटी की किताबें लागू की गई हैं, इसलिए
ब्लूप्रिंट भी इसी का होगा। जैसी किताब की संरचना, पाठ्यक्रम है, उसी के
अनुरूप ही तो ब्लूप्रिंट होना चाहिए, ऐसा निर्णय लिया जा रहा है। – विकासशील, सचिव, स्कूल शिक्षा
परीक्षा सीबीएसई की तर्ज पर लेगा। इसके लिए एनसीईआरटी के ही ब्लू प्रिंट
(परीक्षा योजना) को लागू करने की तैयारी है। इसके हिसाब से अब थ्योरी का
पेपर 70 नंबर, जबकि प्रैक्टिकल 30 नंबर का होगा।
अभी तक राज्य में
कक्षा ग्यारहवीं के लिए एससीईआरटी (राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण
परिषद) की किताबें चल रही थीं। लेकिन इस सत्र में माशिमं ने इन्हें बदलकर
एनसीईआरटी (राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद) की किताबें
लागू कर दी हैं।
लिहाजा अब किताबों के साथ-साथ परीक्षा में भी बदलाव
हो जाएगा। इसी साल से लागू हो जाएगा नया पैटर्न कक्षा 11वीं में एनसीईआरटी
की किताबें लागू करने के बाद माशिमं ने इसके लिए कोई ब्लूप्रिंट लागू नहीं
किया था।
पहले तय किया गया था कि नए सिरे से ब्लू प्रिंट बनाया
जाएगा, लेकिन अब यह एनसीईआरटी की परीक्षा योजना को जस का तस लागू करने जा
रहा है। अब भूगोल, जीव विज्ञान, रसायन, भौतिकी समेत अन्य विषय जिसमें
प्रैक्टिकल लागू है, उसकी परीक्षाएं अब 70 अंक की थ्योरी और 30 अंक के लिए
प्रैक्टिकल होगा।
स्थानीय स्तर पर परीक्षा माशिमं बनाएगा पर्चा
माशिमं ने इस साल 9वीं और 11वीं की परीक्षाएं स्थानीय स्तर पर ही कराने का
निर्णय लिया है, लेकिन प्रश्न पत्र माशिमं ने ही बनाने का निर्णय लिया है।
अभी तक इन परीक्षाओं के लिए स्कूल स्तर पर पर्चे तैयार हो रहे थे। अब इन
दोनों कक्षाओं की परीक्षा बोर्ड परीक्षा के आधार पर होगी, लेकिन मूल्यांकन
स्थानीय स्तर पर ही होगा।
वहीं इस साल से नौवीं में 75 अंक का पर्चा
होगा। हर सब्जेक्ट में 25-25 अंक के प्रोजेक्ट प्रैक्टिकल होगा। प्रोजेक्ट
के टॉपिक माशिमं देगा, लेकिन इसकी पूरी प्रक्रिया स्कूल स्तर पर ही होगी।
माशिमं के प्रश्न पत्र बनाने के कारण अब राज्य स्तर पर एक ही तरह का पर्चा
होगा।
– 11 वीं में एनसीईआरटी की किताबें लागू की गई हैं, इसलिए
ब्लूप्रिंट भी इसी का होगा। जैसी किताब की संरचना, पाठ्यक्रम है, उसी के
अनुरूप ही तो ब्लूप्रिंट होना चाहिए, ऐसा निर्णय लिया जा रहा है। – विकासशील, सचिव, स्कूल शिक्षा
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