शिवपुरी। कोरोना काल में मध्य प्रदेश स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत सभी संविदा नर्सिंग स्टाफ को मध्य प्रदेश सरकार द्वारा नियमित किया जाना चाहिए। यह बात कु. शिवानी राठौर जिलाध्यक्ष पिछड़ा वर्ग महिला कांग्रेस शिवपुरी द्वारा अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के अवसर पर नर्सों को शुभकामनाएं देते हुए कही। शिवानी राठौर ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस नोबल नर्सिंग सेवा की शुरूआत करने वाली ‘फ़्लोरेन्स नाइटिंगेल’ के जन्म दिवस पर हर साल दुनिया भर में 12 मई को मनाया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के अनुसार दुनिया भर में अमीर और ग़रीब दोनों प्रकार के देशों में नर्सोंं की कमी चल रही है। विकसित देश अपने यहाँ नर्सोंं की कमी को अन्य देशों से नर्सोंं को बुलाकर पूरा कर लेते हैं और उनको वहाँ पर अच्छा वेतन और सुविधाएँ देते हैं, जिनके कारण नर्से विकसित देशों में जाने में सहज महसूस करती हैं।
भारत जैसे विकासशील देश में नर्सोंं को अधिक वेतन और सुविधाओं की कमी रहती है और आगे का भविष्य भी अधिक उज्ज्वल नहीं दिखाई देता, जिसके कारण वे विकसित देशों के बुलावे पर नौकरी के लिए जाने को सहज समझती हैं। शिवानी राठौर ने मध्य प्रदेश सरकार से मांग की है कि कोरोना काल में अपने जीवन की परवाह किए बिना अस्थाई रूप से कार्यरत नर्सिंग स्टाफ पूर्ण रूप से अपनी सेवाएं दे रहा है। पिछले वर्ष जिस नर्सिंग स्टाफ ने कार्य किया गया था उन्हें बाद में विभिन्न कारणों से नियमित नहीं किया गया। उनका आंदोलन भी चर्चा का विषय बना रहा। लेकिन इस बार कोरोना की स्थिति काफी विकराल रूप धारण कर चुकी है। इस परिस्थिति में जिस नर्सिंग स्टाफ द्वारा वर्तमान में अपने जीवन की परवाह किए बिना कोरोना के मरीजों की सेवा की जा रही है उन्हें सरकार द्वारा मानवीय दृष्टिकोण के आधार पर नियमित किया जाना चाहिए। इससे मध्य प्रदेश में रोजगार का स्तर बढ़ेगा तथा स्वास्थ्य विभाग के लिए ट्रेंड नर्सिंग स्टाफ भी आसानी से उपलब्ध हो सकेगा।
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