शिवपुरी। अब गंभीर मरीज को मेडिकल कॉलेज में भर्ती तभी किया जाएगा जब आईसीयू में बेड खाली होंगे। अब तक गंभीर मरीज को उपचार के लिए आइसीयू में जगह न होने पर आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर दिया जाता था। लेकिन अब प्रबंधन ऐसा नहीं करेगा। मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने यह निर्णय इसलिए लिया क्याेंकि कई गंभीर मरीजों की लगातार मौत हो रही थी।
डीन ने कहा है कि वह आइसीयू में खाली बेड होने पर ही मरीज को भर्ती कर पूरा उपचार देंगे। क्रिटिकल केस आने पर मेडिकल कॉलेज में डेथ हो जाने के बाद लोग मेडिकल कॉलेज की छवि पर बट्टा लगा रहे हैं। डॉक्टर की उपचार पद्धति पर आरोप लगा रहे हैं जबकि ऐसा कुछ नहीं है।
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