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भाजपा नेतृत्व ने घोषित पांचवीं में राजेश प्रजापति का टिकट काटकर छतरपुर के दिलीप अहिरवार पर जताया भरोषा

बुंदेलखंड छतरपुर उदय नारायण अवस्थी :-अधिकतर भाजपा ने मंत्रियों और विधायकों को रिपीट किया है। उन पर फिर विश्वास जताते हुए फिर विधान सभा टिकट से नवाजा है। गत विधान सभा चुनाव में छतरपुर जिले से भाजपा केवल एक सीट चंदला जीत पाई थी और यह जीत दिलाने वाले थे राजेशप्रजापति। लेकिन इस बार भाजपा नेतृत्व ने घोषित पांचवीं में उनका टिकट काटकर छतरपुर के दिलीप अहिरवार को प्रत्याशी बनाया है।
इधरबहैसियत विधायक राजेश प्रजापति फिर टिकट मिलने से आशान्वित क्षेत्र में खूब मेहनत कर रहे थे। पर उनकी आशाओं पर तुषारापात हो गया। माना जाता है कि राजेश के पिता पूर्व विधायक आरडी प्रजापति का बड़बोलापन उनको ले डूबा। भाजपा की प्रदेश सरकार और नेतृत्व को वह घेरते रहे और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष बीडी शर्मा को तो व्यक्तिगत लांछित करते रहे। जिसकी परिणति यह हुई कि राजेश प्रजापति टिकट से वंचित हो गए। पिता की कथनी और करनी की सजा बेटे को भोगनी पड़ गई। जबकि वह एक संवेदनशील और जागरूक विधायक के रूप में अपनी बनाने में कामयाब रहे।
ऐसा अंदेशा राजेश प्रजापति को भी था। उन्होंने साफ किया भी था कि आरडी मेरे पिता हैं, लेकिन उनसे मेरा कोई राजनीतिक सम्बंध नहीं है। राजनीति में उनका रास्ता अलग है और मेरा अलग। मैं भाजपा का एक निष्ठावान कार्यकर्ता हूँ। इसके बावजूद वह बाद में हालातों को संभाल नहीं सके और उनका टिकट काट दिया गया।
अब चंदला विधान सभा का रुझान भी बदल जायेगा।बसपा छोड़ कांग्रेस में आये पुष्पेन्द्र अहिरवार टिकट न मिलने पर सपाई हो गए और अब वह सपा उम्मीदवार के रूप में साइकिल चलायेंगे। चंदला क्षेत्र की जनता भाजपा और सपा के उम्मीदवारो को बाहरी मानती है। अनुसूचित जाति के वोट का बंटवारा तय है। कांग्रेस के उम्मीदवार हरप्रसाद अनुरागी (गोपी मास्टर) को क्षेत्रीय होने का लाभ मिलेगा। सवर्ण मतदाता अनुरागी को अपना शुभाशीष प्रदान करेगा। वर्तमान हालातों में कांग्रेस के हरप्रसाद अनुरागी का चंद्रमा बलिष्ठ हो गया है।

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