शिवपुरी: आमतौर पर चिरौल के पेड़ पर रहने वाले कंबल कीड़े ने आदिवासी युवक की आंख में घुसकर दो दर्जन से अधिक डंक मारे। जिससे तीन दिन से उसकी आंखों में पीड़ा थी और वह सूज कर लाल हो गई थी। पहली बार इस तरह का ऑपरेशन जिला चिकित्सालय के नेत्र विभाग परिसर में हुआ,जहां नेत्र सर्जन डॉक्टर गिरीश चतुर्वेदी ने मरीज की आंख से दो दर्जन से अधिक डंक निकालकर आंख को सुरक्षित किया।
जिला चिकित्सालय के नेत्र रोग सर्जन डॉक्टर गिरीश चतुर्वेदी ने बताया कि शनिवार को जिला चिकित्सालय में एक ऐसे 39 साल के फूल सिंह निवासी अगरा पिछोर की आंख का ऑपरेशन करने का मौका मिला जो दर्द से बहुत कराह रहा था। उसकी आंख पूरी तरह से सूजी हुई थी, जब माइक्रोस्कोप से उसका निरीक्षण किया तो पाया कि इसमें तो कंबल कीड़ा जो चिरौल के पेड़ पर पाया जाता है,उसके डंक हैं। उन्हें निकालने के लिए माइक्रो सर्जरी कक्ष में युवक को ले जाया गया, जहां 15 मिनट की सर्जरी में उसकी आंख से दो दर्जन से अधिक कंबल कीड़े के डंक बाहर निकले। इसकी वजह से अब युवक को आंख में राहत मिल गई है, और वह अब आंख से सुरक्षित देख भी सकेगा।
मरीज की आंख अब सुरक्षित है
आमतौर पर सामान्य आंखों की बीमारी के मरीज तो रोज आते हैं, लेकिन इस तरह के मरीज डॉक्टर के लिए एक चैलेंज होते हैं। हमने 15 मिनट की सर्जरी में कंबल कीड़े के 2 दर्जन से अधिक डंक को निकाला है, मरीज की आंख अब सुरक्षित है। – डॉ गिरीश चतुर्वेदी , नेत्र सर्जन, जिला चिकित्सालय शिवपुरी
Be First to Comment