जमीन मालिक को अपनी ही जमीन में बाउंड्री बनाने से रोक रहा है प्रशासन
शिवपुरी: दिनारा थाना क्षेत्र में बीती रात्री घटित हुई एक घटना ने स्थानीय प्रशासन और भू-माफियाओं की मिलीभगत पर सवाल खड़े कर दिए हैं। शिकायतकर्ता राकेश मिश्रा, पुत्र गंगाराम मिश्रा, निवासी पिछोर रोड, मिश्रा कॉलोनी, दिनारा, तहसील करैरा, अपनी ही जमीन पर बाउंड्री वॉल बनाने और अपनी संपत्ति की रक्षा करने के लिए भू-माफियाओं के हिंसक हमले और प्रशासन की उदासीनता का शिकार हो रहे हैं। राकेश मिश्रा ने बताया कि 2 जुलाई की रात करीब 10 बजे, जब वह अपने परिवार के साथ घर पर थे, पवन यादव, पुत्र जगदीश यादव, और रामकुमार यादव, पुत्र सुल्तान सिंह यादव, निवासी ग्राम काली पहाड़ी, अपने 5-6 साथियों के साथ जेसीबी मशीन लेकर आए। इन लोगों ने राकेश के घर के पिछले हिस्से में दो-तीन साल पहले निर्मित 8 फीट ऊंची ईंटों की पक्की बाउंड्री वॉल को बेरहमी से ध्वस्त कर दिया। जब राकेश ने इसका विरोध किया और मोबाइल से घटना की वीडियो बनाने की कोशिश की, तो हमलावरों ने उनका मोबाइल छीन लिया और उसे जेसीबी से कुचलकर तोड़ दिया। इतना ही नहीं, रामकुमार यादव, जो बीएसएफ से सेवानिवृत्त है और करैरा क्षेत्र में भू-माफिया के रूप में कुख्यात हो चुका है, ने अपनी लाइसेंसी पिस्तौल निकालकर राकेश के सिर पर अड़ा दी और जान से मारने की धमकी दी। राकेश का पुत्र भास्कर मिश्रा, जो अपने पिता को बचाने दौड़ा, उस पर भी हमला किया गया, जिससे दोनों को गंभीर चोटें आईं। राकेश का आरोप है कि यह सुनियोजित हमला भावेश गोयल, पुत्र मनीराम गोयल, और अमित सोनी उर्फ आशु, पुत्र विनोद सोनी, निवासी पुराना बस स्टैंड, करैरा, के इशारे पर हुआ, जो क्षेत्र में जमीनों पर कब्जा करने की साजिश रच रहे हैं।
घटना के तुरंत बाद राकेश मिश्रा ने दिनारा पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने न तो एफआईआर दर्ज की और न ही आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई की। राकेश ने 3 जुलाई को अपनी बाउंड्री का पुनर्निर्माण शुरू करवाया, लेकिन दिनारा पुलिस ने उनका निर्माण कार्य रुकवा दिया, जबकि आरोपियों की धमकियां और उत्पीड़न बदस्तूर जारी है। राकेश का कहना है कि आरोपियों का धन और प्रभाव पुलिस और प्रशासन को प्रभावित कर रहा है, जिसके चलते उनकी शिकायत पर कोई सुनवाई नहीं हो रही। उन्होंने कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक, शिवपुरी को लिखित आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई, लेकिन प्रशासन की चुप्पी और निर्माण कार्य पर रोक ने उनके हौसले को तोड़ने की कोशिश की है। राकेश और उनके परिवार को अब भय के साये में जीने को मजबूर होना पड़ रहा है, क्योंकि आरोपियों द्वारा लगातार धमकियां दी जा रही हैं। राकेश ने बताया कि रामकुमार यादव और उसके साथी क्षेत्र में भू-माफिया के रूप में सक्रिय हैं और कई अन्य लोगों की जमीनों पर कब्जा करने में शामिल रहे हैं। इस मामले ने स्थानीय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए हैं, क्योंकि एक आम नागरिक को अपनी संपत्ति की रक्षा के लिए न केवल भू-माफियाओं, बल्कि प्रशासन की लापरवाही से भी जूझना पड़ रहा है। राकेश मिश्रा ने मांग की है कि आरोपियों के खिलाफ तत्काल कड़ी कार्रवाई की जाए और उनकी जमीन पर निर्माण कार्य को बिना किसी बाधा के पूरा करने की अनुमति दी जाए। यह घटना न केवल राकेश मिश्रा के लिए, बल्कि क्षेत्र के अन्य नागरिकों के लिए भी एक चेतावनी है कि भू-माफियाओं और प्रशासन की निष्क्रियता के बीच आम आदमी का हक दबाया जा रहा है।
इनका कहना है।
बाउंड्री तोड़ना गलत है लेकिन पीछे जिसके प्लॉट है उनको रास्ता तो देना चाहिए, रास्ते का विवाद है।
ब्रजेश यादव पटवारी दिनारा








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