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जानकी बिहार में फॉरेस्ट की ज़मीन को बेचने की साजिस, कलेक्टर से शिकायत / Shivpuri News

शिवपुरी: शहर के झींगुरा राजस्व क्षेत्र में स्थित जानकी बिहार कॉलोनी में सर्वे क्रमांक 777 को बेचने का प्रयास किया जा रहा है। कॉलोनी वासियों का कहना है कि यह जमीन माधव नेशनल पार्क की संपत्ति है,इसका सीमाकंन भी हो चुका है। इस मामले को लेकर कॉलोनी वासियो ने माधव नेशनल पार्क प्रबंधन को शिकायत भी दर्ज कराई है।

इस शिकायती आवेदन के अनुसार जानकी विहार  कॉलोनी ग्राम झींगुरा के भूमि सर्वे नं. 777 के भाग की है जिसमें भूमि स्वामी (श्रीमती सुनीता खण्डेलवाल) एंव स्व. श्री रामेश्वर दयाल खण्डेलवाल जी द्वारा लगभग 16 लोगों को भूखण्ड विक्रय किये गये हैं। जिसमें 2 भूखण्ड स्वयं भूमि स्वामी श्रीमती सुनीता खंडेलवाल के हैं।

जानकी विहार कॉलोनी के निर्माण के लिए लगभग 25 x 250 वर्ग फीट आवागमन का रास्ता है जिसमें लगभग 5000 वर्ग फीट रास्ता में चली गई और लगभग 4000 वर्गफीट पीछे छोड़े गए रास्ते में चली गई।

विशाल जोशी एवं विकास जोशी के व सतीश मिश्रा के निर्मित मकान के बाद पूर्व दिशा में माधव नेशनल पार्क की के.एम.एल. लाईन डली हुई है इससे स्पष्ट है कि प्रार्थी विकास जोशी, विशाल जोशी व सतीश मिश्रा के मकानियत के पश्चात् माधव नेशनल पार्क की के. एम.एल. लाईन होने से किसी भी व्यक्ति की कोई भी निजी भूमि शेष नहीं बचती है।

इस भूुखंड को श्रीमती सुनीता खण्डेलवाल एवं उसका पति विपिन खंडेलवाल व उसका पुत्र अंकित खण्डेलवाल के.एम. लाईन की भूमि को विक्रय करने के प्रयास में हैं जबकि उन्हें भूमि विक्रय करने का कोई वैधानिक अधिकार नहीं है क्योंकि के.एम.एल. लाईन के पश्चात् टाइगर सफारी की के.एम.एल. लाइन है। जो कि सेटेलाइट इमेज में स्पष्टतय दर्शित हो रही है।

खंडेलवाल फैमिली उक्त भूमि का दुरुपयोग कर अवैधानिक लाभ लेना चाहते हैं क्योंकि खसरे में जो भूमि दर्शित हो रही है वह भूमि तो रास्ते में चली गई है और खसरे से कटी नहीं हैं इसी का दुरुपयोग कर उपरोक्त सुनीता खण्डेलवाल एवं उसके पति व पुत्र वेजा लाभ उठाना चाहते हैं।

वर्ष 2017 में उक्त भूमि की नाप तौल व सीमांकन हुआ था तथा राजस्व दल द्वारा हर तरफ से सीमांकन किया गया था जिसमें मूल बिन्दु खिन्नी नाका व सम्पवेल करौंदी को बनाया था जिसमें जमीन से नाप तौल हुई थी और नाप तोल के दौरान तत्कालीन पटवारी राम जी रावत द्वारा सीमांकन किया. गया किन्तु उक्त विक्रेता की कोई भूमि सर्वे क्रमांक 777 में नहीं निकली।

सुनीता खण्डेलवाल व उसके पति व पुत्र द्वारा पूर्व में भी विक्रय का प्रयास किया गया है जिसका सीमांकन किया गया था तो मौके पर कोई भूमि नहीं पाई गई थी। खरीददार को वयाना (एडवांस राशि) वापिस करनी पड़ी थी किन्तु यह जानते हुए भी पुनः प्रयास किया जा रहा है।

सुनीता खण्डेलवाल उक्त जानकी बिहार में प्रवेश करने पर के.एम.एल. लाईन के समीप दक्षिण की ओर बनी मकानियत का भूखण्ड सुशील कुमार जोशी को विक्रय किया था जिसकी चर्तु सीमा में स्व.श्री रामेश्वर दयाल खण्डेलवाल ने पूर्व दिशा की ओर शासकीय भूमि होना लेख किया है और अब फिर पूर्व दिशा की ओर शासकीय भूमि होना लेख किया है और अब फिर पूर्व दिशा की ओर ही अपनी भूमि बताकर विक्रय का प्रयास किया जा रहा है इस कारण तत्काल रोक लगाई जाना न्यायोचित है।

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