शिवपुरी मुख्यालय पर आयोजित जनसुनवाई में आज करैरा जनपत की एक महिला ने आवास दिलाए जाने की मांग की। महिला का आरोप हैं कि पंचायत सचिव ने उसे आवास दिलाने जाने के एवज में पैसों की मांग की थी। जब पैसे नहीं दिए तो उसके पति को बाइक मालिक बताकर आवास योजना की सूची से नाम कटवा दिया।
बम्हारी पंचायत की रहने वाली कुंती केवट ने बताया कि वह और उसका पति नरेश केवट एक झोपड़ी में रहकर मजदूरी करते हैं। उनको कोई संतान भी नहीं हैं। पति ने पीएम आवास के लिए फॉर्म भरा था। आवास की सूची में नाम भी आ गया था। लेकिन पंचायत सचिव सिरनाम जाटव ने आवास के नाम दस हजार रूपये की मांग की थी। सचिव को देने पैसे नहीं थे। इसके चलते सचिव ने उसके पति नरेश केवट को बाइक मालिक बताकर आवास की सूची से नाम कटवा दिया था। जबकि उसके पति के पास कोई बाइक नहीं है। जब जरूरत पड़ती हैं तो रिश्तेदार की बाइक मंगाकर काम चला लेते हैं। इसकी दो शिकायतें वह पहले भी कलेक्टर से कर चुकी हैं। लेकिन सुनवाई नहीं हुई। आज तीसरी बार वह आवास दिलाए जाने की मांग को लेकर कलेक्टर के पास पहुंची हैं।
इस मामले में पंचायत सचिव सिरनाम जाटव का कहना हैं 2022-2023 में नरेश केवट के नाम एक बाइक थी। इसके चलते उसका नाम आवास की सूची से कट गया था। वर्तमान में अब उसके पास बाइक नहीं हैं। उन्हें आवास उपलब्ध कराने के प्रयास किये जा रहे हैं। लगाए गए पैसे मांगने के आरोप निराधार हैं।
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