शिवपुरी: सिरसौद कस्बे मुक्तिधाम के पीछे कचरे के ढेर में स्कूल के बच्चों की ड्रेस मिली है जिसे ग्रामीण सरकारी स्कूलों की ड्रेस बता रहे है। कचरे के ढेरी में मिली स्कूल की ड्रेस को लेकर ग्रामीणों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए जांच की मांग की है। है।
जानकारी के अनुसार सिरसौद गांव के मुक्तिधाम के पीछे स्कूल के पास ग्रामीणों को कचरे के ढेर में बच्चों की नई ड्रेस दिखाई दीं। यह देख वहां लोग इकट्ठा हो गए और इस लापरवाही पर नाराजगी जाहिर की। ग्रामीणों का कहना है कि सरकारी स्कूलों में बच्चों को हर साल ड्रेस दी जाती है लेकिन कई बार बच्चों तक ये ड्रेसें नहीं पहुंच पातीं। सवाल उठ रहा है कि यह नई ड्रेस कौन से स्कूल कि है और यह कचरे के ढेर में किसने फैकी है। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार सरकारी योजनाओं का लाभ बच्चों को नहीं मिल पाता है और ऐसे मामलों में भ्रष्टाचार की आशंका बनी रहती है। ग्रामीणों का आरोप है कि यदि यह लापरवाही जान-बूझकर की गई है तो यह गंभीर मामला है।
जांच दल भेजा था
हमने एक जांच दल भेजा हुआ था जिसमें उन्होंने रिपोर्ट दी है कि यह आजीविका मिशन द्वारा दी जाने बाली ड्रेस नही है वह ड्रेस एक बैग में रखकर दी जाती है। जांच दल ने बताया कि यह किसी प्राइवेट दुकान वाले द्वारा दीपावली की सफाई में फेंका हुआ सामान है यह ड्रेस किसी प्राइवेट दुकान द्वारा फेंकी गई होगी क्योंकि प्राइवेट स्कूल के प्रचलन से बाहर हो गई होगी।
विनोद तिवारी, बीआरसी करैरा
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