उज्जैन

उज्जैन में आज शुक्रवार से दो दिवसीय रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव शुरू हो रहा है। इसमें मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 57 प्रोजेक्ट्स का भूमिपूजन और लोकार्पण करेंगे। यह प्रोजेक्ट प्रदेश के भोपाल, उज्जैन, इंदौर सहित 20 जिलों में हैं। सरकार का दावा है कि कॉन्क्लेव से एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश आएगा और 17 हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा।
रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में 35 कंपनियों से 74,711 करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव पर सहमति बन गई है। यह आंकड़ा कॉन्क्लेव तक और बढ़ेगा। कॉन्क्लेव में 800 से अधिक इन्वेस्टर्स शामिल होंगे। साथ ही 30 फॉरेन डेलिगेट्स भी सहभागिता करेंगे।
कॉन्क्लेव में बड़े उद्योपतियों को बुलाने और बड़े एमओयू साइन करने की बजाय सरकार का फोकस है कि ज्यादा से ज्यादा प्रोजेक्ट को जमीन पर उतारा जाए। सरकार ऐसी कंपनियों और इंडिविजुअल इन्वेस्टर को प्राथमिकता दे रही है, जो तुरंत निवेश के लिए तैयार हों।
मुख्य़मंत्री निवेशकों से वन-टू-वन चर्चा करेंगे
मुख्यमंत्री डॉ. यादव निवेशकों से वन-टू-वन चर्चा भी करेंगे। प्रदेश की औद्योगिक नीति के बारे में विस्तार से चर्चा करने और उद्योगपतियों को जानकारी देने के लिए पांच सेक्टोरियल सेशन होंगे। इसमें विषय विशेषज्ञ उद्योगपतियों को प्रदेश के औद्योगिक परिदृश्य और नीतियों के बारे में जानकारी देंगे।

रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
10 उद्योगों को जमीन आवंटित की जाएगी
मुख्यमंत्री 1 मार्च को कालिदास अकादमी उज्जैन में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव, विक्रमोत्सव और विक्रम व्यापार मेले का उद्घाटन करेंगे। गुरुवार को इन कार्यक्रमों की तैयारियों का जायजा उज्जैन कलेक्टर नीरज सिंह ने लिया। उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में 110 उद्योगों को जमीन आवंटित की जाएगी।
उज्जैन में भी 10 उद्योगों का भूमिपूजन, लोकार्पण और जमीन आवंटित कर दी जाएगी। प्रदेश में 6000 करोड़ के प्रस्ताव मिल चुके हैं। इनमें जेके सीमेंट, आयशर, वॉल्वो, अडानी ग्रुप भी इन्वेस्ट कर रहे हैं। सीएम उद्योगपतियों से वन-टू-वन बातचीत के बाद इन्वेस्टर्स के साथ डिनर भी करेंगे।
उज्जैन के इंजीनियरिंग कॉलेज में होने वाले कार्यक्रम के लिए 5 हेक्टेयर जमीन पर 10 बड़े डोम बनाए गए हैं। 2400 स्क्वायर मीटर के बड़े डोम में मुख्य प्रोग्राम होगा। एक डोम भोजन व्यवस्था और दूसरा डोम वन-टू-वन चर्चा के लिए बनाया गया है।
उज्जैन में ये कंपनियाँ करेंगी इन्वेस्ट


ऐसा होगा भूमिपूजन और लोकार्पण कार्यक्रम
- उज्जैन के तीन निवेशकों के 448.54 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट का लोकार्पण होगा। इससे 700 लोगों को रोजगार मिलेगा। 5569.4 करोड़ के 11 भूमिपूजन होंगे। इनसे 3753 लोगों को रोजगार मिलेगा। इस तरह कुल 6017.94 करोड़ रुपए का निवेश होगा और 4453 लोगों को रोजगार मिलेगा।
- इंदौर के 5 निवेशकों के काम का लोकार्पण किया जाएगा। 1010 करोड़ रुपए का निवेश और 3180 लोगों को रोजगार मिलेगा। इसके साथ ही सात भूमिपूजन किए जाएंगे। 987 करोड़ के निवेश के जरिए 5294 लोगों को रोजगार दिया जाएगा। इस तरह कुल 1997 करोड़ के निवेश द्वारा 8474 लोगों को रोजगार दिया जाएगा।
- भोपाल क्षेत्रीय कार्यालय के अंतर्गत 6 निवेश प्रस्तावों का भूमिपूजन होगा, जिसमें 432.2 करोड़ रुपए के निवेश से 478 रोजगार सृजन होंगे।
- नर्मदापुरम क्षेत्र में एक भूमिपूजन और एक लोकार्पण किया जाएगा। लोकार्पण के बाद 24 करोड़ का निवेश होगा और 70 लोगों को रोजगार मिलेगा। भूमिपूजन के प्रस्ताव में 191 करोड़ रुपए के निवेश और 480 को रोजगार देने की बात कही गई है। इस तरह कुल 215 करोड़ रुपए के निवेश से 550 लोगों को रोजगार देने का काम किया जाएगा।
- सागर रीजन में एक भूमिपूजन किया जाएगा, जिसमें 275 करोड़ रुपए का निवेश होगा और 800 लोगों को रोजगार मिलेगा।
- ग्वालियर रीजन में एक भूमिपूजन होगा और 780 करोड़ के निवेश से 552 लोगों को रोजगार दिया जा सकेगा।
- रीवा रीजन में 6 लोकार्पण होंगे, जिनमें 169.65 करोड़ का निवेश और 1155 लोगों को रोजगार सृजन होगा। इसी तरह 5 औद्योगिक प्रस्तावों के लिए भूमिपूजन कराए जाएंगे और 12.36 करोड़ के निवेश के जरिये 136 लोगों को रोजगार दिया जा सकेगा। इस तरह कुल 181.99 करोड़ का निवेश होगा और 1291 लोगों को रोजगार मिलेगा।
- जबलपुर रीजन में 5 लोकार्पण होंगे, जिनमें 179 करोड़ के निवेश से 265 रोजगार सृजित होंगे और 5 निवेश प्रस्तावों पर भूमि पूजन किया जाएगा। इसमें 10.82 करोड़ के निवेश के द्वारा 147 को रोजगार दिए जा सकेंगे। इस तरह कुल 189.82 करोड़ रुपए के निवेश से 412 लोगों को रोजगार देने का काम किया जाएगा।
- सभी रीजन में कुल 1831.19 करोड़ के 20 लोकार्पण होंगे और 5370 को रोजगार दिया जा सकेगा। इसके साथ ही 37 निवेश प्रस्तावों का भूमिपूजन कराया जाएगा जिसमें 8237.76 करोड़ के निवेश द्वारा 11640 लोगों को रोजगार दिया जा सकेगा।
दो दिनी कॉन्क्लेव में ये कार्यक्रम होंगे


3200 से ज्यादा यूनिट ने कराया बायर सेलर मीट रजिस्ट्रेशन
कॉन्क्लेव के सफल आयोजन के लिए भगवान महाकाल को 6.25 क्विंटल लड्डू का भोग लगाया गया है। यह विशेष प्रसाद इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में शामिल हो रहे उद्योगपतियों को दिया जाएगा।
कॉन्क्लेव में निर्यात को बढ़ावा देने के लिए बायर-सेलर मीट पर फोकस किया जा रहा है। अभी तक 3200 से ज्यादा यूनिट ने बायर-सेलर मीट में रजिस्ट्रेशन कराया है। इसके जरिए प्रदेश के उत्पादकों, कृषि उत्पादों, हैंडलूम, हैंडी क्राफ्ट्स को वैश्विक बाजार तक पहुंच बनाने में मदद मिलेगी।
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