परिजन हंगामा करने लगे तो पुलिस बुलाई, पुलिस के सामने ही डॉक्टरों की मारपीट कर दी
सामुदायिक अस्पताल करैरा के कोविड वार्ड में बिना वजह बार-बार आ जा रहे परिजन को टोकना डॉक्टरों के लिए भारी पड़ गया। परिजनों ने तीन डॉक्टरों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। समझाने पर परिजन हंगामा करने लगे तो पुलिस बुलवा ली। पुलिस के सामने ही डॉक्टरों की मारपीट कर दी। बीएमओ और तीनों डाॅक्टर पुलिस थाने पहुंचे और टीआई अमित भदौरिया को लिखित आवेदन दिया। पुलिस ने संबंधित परिजनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक डॉक्टर देवेंद्र खरे, डॉक्टर अंकित बाजौरिया, डॉक्टर अखिलेश शर्मा, डॉक्टर बीके रावत ने पुलिस थाने जाकर टीआई को लिखित शिकायत की है कि सामुदायिक अस्पताल करैरा के कोविड वार्ड में मरीज बादामसिंह जाटव भर्ती थे। तीन दिन पहले भर्ती करते वक्त उनकी हालत गंभीर थी और ऑक्सीजन 60 प्रतिशत था। ऑक्सीजन देकर तुरंत इलाज दिया और आज उनकी स्थिति बहुत अच्छी थी। उनका ऑक्सीजन लेवल 96 प्रतिशत था तभी उनके चार परिजन आए जिनमें सूरज, मनोज और दो महिलाएं थीं। डॉक्टरों का कहना है कि इन्हीं लोगों ने हमारे साथ मारपीट की है।
डॉक्टर बोले- ऐसे माहौल में काम करना मुश्किल
मरीज का इलाज करके ठीक करने के बाद भी परिजन ने डॉक्टरों की मारपीट कर दी। डॉक्टर अस्पताल में काम करने से डर रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि ऐसे माहौल में यहां काम करना बहुत मुश्किल है। घटना अस्पताल के सीसीटीवी कैमरे मे भी कैद हुई है, जिसमें परिजन, डॉक्टर के पीछे दौड़ते हुए आ रहे हैं और उनकी मारपीट कर रहे हैं। महिला परिजन भी चप्पल लेकर मारने आईं। हालांकि पुलिस ने करैरा थाने में धारा 353, 332, 186, 269, 270 के तहत केस दर्ज कर लिया है।
डॉक्टरों ने बताया- मरीज का क्या इलाज किया, परिजन सबूत मांग रहे थे
डॉक्टरों का कहना है कि परिजन सूरज और मनोज हमसे सबूत मांगने लगे कि मरीज का क्या इलाज किया है। जब हमने बोला कि उनका इलाज अच्छा चल रहा है और दो दिन बाद हम उनको डिस्चार्ज कर देंगे। बार-बार सबूत मांगने पर हमने उनको सीटी स्कैन करवाने की सलाह दी और डायल 108 एंबुलेंस से शिवपुरी रैफर किया। इसी बात से खफा होकर सूरज और मनोज ने हम तीन डॉक्टरों पर हमला कर दिया। जिसमें हमें हाथ व पैर में चोट लगी है।
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