
साथ कुशल डिजिटल उपभोक्ता हैं, तो एक अच्छी खबर है। एसबीआई ने एक ऐसा ऐप
लॉन्च किया है, जिसकी मदद से आप बिना अपने खाते से ऐप को जोड़े ही किसी
दूसरे खाते में रकम ट्रांसफर कर सकते हैं। एसबीआई के इस ऐप का इस्तेमाल कर
खाताधारक मल्टी अकाउंट और विभिन्न बैंकों को भी लिंक कर धन स्थानांतरण व
बैलेंस की जानकारी प्राप्त कर सकता है।
एसबीआई के इस ऐप का इस्तेमाल
करने सबसे पहली शर्त यही है कि खाताधारक को एंड्राइड फोन यूजर होना चाहिए,
जिसमें इंटरनेट कनेक्टिविटी की सुविधा मौजूद हो। इसमें बैंक उपभोक्ता बिना
अपने बैंक खाते को इस एप से जोड़े वास्तविक समय पर सीधे किसी दूसरे खाते में
कैश हस्तांतरित कर सकता है। इसके लिए उपभोक्ता को इस ऐप में बहु विकल्प
सुझाए गए हैं, जिसका ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल सुनिश्चित करने बैंक
प्रबंधन जोर दे रहा है।
इस एप के माध्यम से बैंक यूजर मल्टी अकाउंट
और अन्य बैंकों को भी लिंक कर अपने मनपसंद या चुने गए अकाउंट पर रकम
स्थानांतरित कर सकते हैं। इसके साथ ही ग्राहक के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर
बैलेंस की जानकारी के साथ ऐप के माध्यम से भी पलक झपकते ही खाते की ताजा
स्थिति का ब्योरा प्राप्त किया जा सकता है। विमुद्रीकरण के बाद कैश की
किल्लत से जूझते हुए उपभोक्ता व बैंक प्रबंधन ने कई सीख भी लिए हैं, जिसका
असर इस तरह के डिजिटल माध्यमों के रूप में सकारात्मक दिशा की ओर अग्रसर
होते हुए परिणाम प्राप्त हो रहा है।
शुल्क नहीं, व्यापारी-उपभोक्ता पर फोकस
खास
बात यह है कि इस एप की सुविधा का इस्तेमाल करने के लिए बैंक को खाताधारक
की ओर से किसी प्रकार का ट्रांजेक्शन शुल्क की अदायगी भी नहीं करनी होगी।
स्टेट बैंक के इस पे एप से वर्चुअल पेमेंट एड्रेस (वीपीए), क्विक रिस्पांस
(क्यूआर), आधार नंबर और खाता नंबर व आईएफएससी कोड से भी धन स्थानांरित कर
सकते हैं। एसबीआई का यह एप उपभोक्ता और व्यापारी वर्ग के लिए बनाया गया है।
बैंक प्रबंधन एप के माध्सम से ऐसे खाताधारकों को टारगेट कर रहा है, जो
यूपीआई से जुड़े हुए बैंक के लिए खाता संचालित कर रहे हैं।
एप यूज करने पूरी करनी होगी यह प्रक्रिया
इंटरनेट
से लैस खाताधारक के एंड्राइड फोन का नंबर बैंक खाते में रजिस्टर्ड हो,
ई-मेल एड्रेस, एटीएम-डेबिट कार्ड को इससे लिंक करना होगा। इसके बाद यूपीआई
पिन से पूरा सेटअप करना होगा। यह एक एंड्राइड एप है, जिसे गूगल प्लस से
डाउनलोड किया जा सकता है। इसके बाद करंट सिम से इसे वेरिफाई करना होगा।
अपना नाम व व्यक्तिगत जानकारी देने पर बैंक खाते से मोबाइल नंबर लिंक होगा।
इसके बाद बैंक का नाम डालने के साथ ही खाता व खाते की जानकारी देनी होगी।
6 अंक के पिन का इस्तेमाल कर ट्रांजेक्शन
वीपीए
इंटर करने व वीपीए सजेस्ट करने के बाद 6 अंक का ऐप पिन डालना होगा। यहीं
पर ई-मेल आईडी इंटर करने के साथ ही अल्टरनेट मोबाइल नंबर भी डाला जा सकता
है। इस दौरान सिक्युरिटी प्रश्न डालने के बाद यूपीआई रजिस्ट्रेशन हो जाएगा।
इसे खोलने के लिए 6 अंक का पिन नंबर डालने के बाद पूरे अकाउंट को लिंक कर
सकते हैं। खाते में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर दिखाई देने लगेगा। यह प्रक्रिया
पूरी करने के बाद यूपीआई पिन से खाते में ट्रांजेक्शन के लिए डेबिट कार्ड
डिटेल डालकर उपयोग किया जा सकता है।
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