स्टॉपर न होने की बजह से हादशो के हाइवे पर बने तिराहे
करैरा । नगर में निकले करैरा बाईपास इन दिनों दुर्घटनाओं के बारे में ज्यादा चर्चाओं में छाया हुआ है यहां आये दिन एक न एक दुर्घटना होना आम बात हो गई है ज्यादातर बाईपास पर बने झांसी तिराहा, कालेज तिराहा एवं सिल्लारपुर तिराहा पर आए दिन दुर्घटना घटित होती है लेकिन जिम्मेदारों को कोई भी फर्क नही पड़ता हालात यह है कि इन तीनो तिराहे से करैरा कस्बे के अंदर प्रवेश होता है और कई बार जनसुंबाई में और जंसंबाद में इस मुद्दे पर चर्चा भी हुई और इन चर्चाओं में उसी जगह निर्देश हो जाते थे और आदेश हो जाते थे लेकिन अभी तक किसी ने यह साहस नही किया कि इन तीनो तिराहे पर जो बाहन तेज रफ़्तार से फोरलेन से आते हैं उनकी 120 से 130 तक की स्पीड होती है उनको नियंत्रित किया जा सके जिसके लिए ड्रम या बेरिक्रेट रखवाये जाए लेकिन इन जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही से आये दिन एक न एक हादशा इन तिराहे पर घटित होता है जिसमे या तो किसी को अपनी जान से हाथ धोना पड़ता है या अपने हाथ पैरों से लेकिन इनको क्या परवाह किसी जान से सब अपनी मस्ती में मस्त हैं लेकिन उनसे पूछो जो अपना पिता या अपना भाई या अपने बेटों को खोता हैं । उनके परिवार पर क्या बीतती होगी थोड़ी सी लापरवाही से यह तीनों तिराहे हादशे को आये दिन न्योता देते है प्रशासनिक अधिकारी अगर समय रहते नही चेते तो आये दिन दुर्घटनाएं होती रहेगी । नगर की जनता की मांग है कि इन तिराहो और स्पीड ब्रेक करने के इंतजाम किये जाए जिससे घटनाएं घटना बंद हो सके ।।
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