इंदौर,। आजाद नगर इलाके में चार साल की एक बच्ची के साथ 17 साल के किशोर ने दुष्कर्म किया। बच्ची की हालत गंभीर है। आक्रोशित लोगों ने मूसाखेड़ी चौराहे पर चक्काजाम करते हुए आरोपी को फांसी देने की मांग की।शुक्रवार रात चार साल की बच्ची के साथ मकान मालिक के 17 वर्षीय बेटे ने दुष्कर्म किया था। बच्ची मकान मालिक के कमरे में बेहाल पड़ी मिली। उसके अंदरुनी हिस्सों में गंभीर चोट आई थी। बच्ची आईसीयू में भर्ती है। आजाद नगर पुलिस ने तत्काल आरोपी को गिरफ्तार कर दुष्कर्म व पाक्सो एक्ट की धाराओं में केस दर्ज किया।उसका मेडिकल टेस्ट भी होगा जिसमें उसकी उम्र पता की जाएगी कि कहीं वह बालिग तो नहीं है, ताकि कोर्ट में वह खुद को बचा न सके। घटना से भड़के लोग रविवार सुबह 10 बजे विराट नगर सहित अन्य इलाकों में इकट्ठा होने लगे। उसके बाद पोस्टर और बैनर लेकर पैदल प्रदर्शन करते हुए रिंग रोड मूसाखेड़ी चौराहा तक पहुंचे। लोग सड़क पर बैठ गए। चक्काजाम हुआ तो पुलिस पहुंची। पुलिस ने फुटपाथ पर गाड़ियों को डायवर्ट किया।
भाजपा-कांग्रेस नेता ने एकसाथ उठाई आवाज
प्रदर्शन की खबर लगते ही विधायक महेंद्र हार्डिया, पार्षद वंदना के पति कमल यादव के अलावा कांग्रेस नेता भी चौराहे पर पहुंचे। वह भी जनता के साथ प्रदर्शन में शामिल हुए। दोनों ही पार्टी के नेताओं ने बच्ची के लिए एकसाथ आवाज उठाई। उन्होंने टीआई विनोद दीक्षित से कहा कि आरोपी पर निर्भया कांड के बाद बदले गए कानून के तहत कार्रवाई की जाए। उस पर कोर्ट में बालिग की तरह मुकदमा चले और फांसी की सजा दिलाई जाए। विधायक हार्डिया ने बच्ची को अस्पताल में बेहतर चिकित्सा व्यवस्था के साथ इलाज का पूरा खर्च उठाने की बात कही है।
कानून के कारण मेरे हाथ बंध गए, वरना मैं भी इंसान हूं
पोस्टर और बैनर लिए नाबालिग लड़कियां प्रदर्शनकारियों के बीच थी। इनके बीच उस चार साल की बच्ची के पिता भी मौजूद थे जिसके साथ यह वहशियाना हरकत हुई थी। बच्ची के पिता को ढांढस बंधाते हुए टीआई दीक्षित भावुक हो गए। उन्होंने पिता और जनता को कहा कि जब बच्ची की हालत देखी तो मेरे होश उड़ गए।
गुस्सा काफी था। बस कानून के कारण मेरे हाथ बंध गए। वरना मैं भी इंसान हूं। पता नहीं क्या कर जाता। आरोपी को दो घंटे में पकड़ा। उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। जनता एकजुट रहेगी तो कोर्ट में भी इस केस को मजबूती मिलेगी। आरोपी को कड़ी सजा दिलाने के लिए जनता उनका साथ दे। उनकी बात सुनने के बाद जनता ने करीब आधे घंटे बाद प्रदर्शन खत्म किया।
रोजी-रोटी कमाने शहर आए थे माता-पिता
बच्ची के परिवार में माता-पिता व एक छह साल की बड़ी बहन है। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। विदिशा जिले के एक गांव में रहने वाला परिवार इंदौर में रोजी-रोटी की तलाश में आया था। पीड़िता के पिता ने बताया कि बच्ची की हालत पहले से बेहतर तो है लेकिन इलाज जारी है। वह डरी हुई है। हमें बड़ा दुख है कि हम जिस शहर में खुद का और बच्चों का भविष्य देख रहे थे, उसी में हमारी बेटी की लाज छिन गई। यह दर्द हमें जिंदगीभर कचोटता रहेगा। वहीं, मूसाखेड़ी इलाके में रहने वाले लोग इस परिवार के लिए रुपया इकट्ठा कर रहे हैं।
बिल्डर ने दिया कानूनी नोटिस
आरोपी का पिता बेटे के पक्ष में है। उसने लोगों से कहा कि बेटा निर्दोष है। बच्ची सीढ़ियों से गिरकर घायल हुई है। यह झूठ मेडिकल जांच में पकड़ा गया। जनता ने परिजन को भी कॉलोनी से बाहर निकालने की मांग की है। इस पर बिल्डर ने आरोपी के पिता को कानूनी नोटिस भेजकर घर छोड़ने की बात कही है। वहीं, रविवार दोपहर पुलिस की टीम इलाके में पहुंची। यहां घूम रहे संदिग्धों पर सख्ती बरतते हुए डंडे फटकारे। आसामाजिक तत्वों से उठक-बैठक लगवाई।
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