नई दिल्ली
प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को ऑल इंडिया रेडियो पर 30वीं बार ‘मन की बात’ की। प्रधानमंत्री ने बांग्लादेश को उसके स्वतंत्रता दिवस को शुभकामनाएं देते हुए उसे मजबूत सहयोगी बताया। पीएम ने अमर शहीदों भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को याद करते हुए उन्हें देश के लिए प्रेरणा स्रोत बताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि भगत सिंह से अंग्रेज इतने डरे हुए थे कि 24 मार्च 1931 को फांसी दी जानी थी लेकिन एक दिन पहले ही उन्हें फांसी दे दी गई। 23 मार्च 1931 को भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फांसी दी गई थी। पीएम ने महात्मा गांधी के चंपारण सत्याग्रह का भी जिक्र किया।
पीएम ने ‘मन की बात’ में कई मुद्दों पर विस्तार से बात की। उन्होंने बच्चों की चल रही परीक्षाओं से लेकर चंपारण सत्याग्रह, न्यू इंडिया, ट्रैफिक नियम, डिजिधन योजना, भोजन की बर्बादी, डिप्रेशन और अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर बात की। पीएम ने चंपारण सत्याग्रह का जिक्र करते हुए कहा, ‘इस आंदोलन से हमें संघर्ष और सृजन की प्रेरणा मिलती है। यह आंदोलन देश में एक बड़ा बदलाव था। अंग्रेज तक गांधी के इस तौर-तरीके को नहीं समझ पाए थे। एक तरफ जहां वह आंदोलन से जेल भर देते थे वहीं दूसरी तरफ रचनात्मक कार्यों की तरफ भी मुड़ जाते थे। अंग्रेज सल्तनत के साथ असहयोग आंदोलन किया। आज देश चंपारण सत्याग्रह का शताब्दी वर्ष मना रहा है। हमें सर्वजन हिताय के मूल मंत्र को लेकर देश के लोगों की मदद करने का संकल्प लेना चाहिए।’
पिछली बार ‘मन की बात’ में प्रधानमंत्री ने एक ही रॉकेट से 104 सैटेलाइटों को लॉन्च करने की ISRO की ऐतिहासिक कामयाबी से लेकर ब्लाइंड टी-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप में भारतीय टीम की अविश्वसनीय जीत समेत कई मुद्दों पर बात की थी। उन्होंने लोगों से डिजिटल पेमेंट को जन आंदोलन में तब्दील करने की भी अपील की थी।
अन्य अहम बातें-
-देश के 125 करोड़ लोग न्यू इंडिया बनाना चाह रहे हैं। न्यू इंडिया कोई सरकारी कार्यक्रम नहीं, पूरे देश का कार्यक्रम।
-सर्वजन हिताय के मूल मंत्र को लेकर देश के लोगों की मदद करना ही असली मकसद है।
-पीएम की देशवासियों से एक दिन पट्रोल-डीजल का इस्तेमाल नहीं करने की अपील।
-पीएम नरेंद्र मोदी ने भोजन की बर्बादी रोकने की भी की अपील। खाना फेंकना समाजद्रोह।
-योग, प्राणायाम से डिप्रेशन दूर होता है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर लोगों से सुझाव भी मांगे।
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