सिर झुकाकर नहीं बल्कि सिर उठाकर चलें शिवपुरी की लड़कियां: पुलिस अधीक्षक
महिलाओं को सशक्त एवं सुरक्षित बनाने के लिए उत्कृष्ट विद्यालय में पुलिस की सेमीनार आयोजित
शिवपुरी। पुलिस अधीक्षक मो. युसुफ कुर्रेशी के मार्गदर्शन में शासकीय उमावि उत्कृष्ट विद्यालय क्रमांक 1 में महिलाओं को सशक्त एवं सुरक्षा प्रदान करने के लिए एक सेमीनार का आयोजन किया गया। सेमीनार में पुलिस अधीक्षक श्री कुर्रेशी ने कहा कि स्त्री-पुरुष संपूर्ण मानव का आधा-आधा अंश होता है इसलिए नारी को अर्धांगिनी कहा गया है जन्म के बाद एक शिशु पहले बालिका फिर महिला और इसके बाद एक मां बनती है। महिलाओं के सशक्तिकरण की आवश्यकता है क्योंकि यदि महिलाएं सशक्त नहीं होगी तो पुरुष भी सशक्त नहीं हो पायेगा। अगर कोई महिला केवल घरेलू होकर रहेगी तब देश के विकास में उसका विशेष सहयोग नहीं मिल पायेगा। श्री कुर्रेशी ने कहा कि प्राचीनकाल में आज तक कई उदाहरण है जो यह दर्शाते हैं कि देश व समाज के विकास में महिलाओं का विशेष योगदान रहा है। सामाजिक भेदवभाव के कारण लड़कियां समय से पहले अपनी पढ़ाई छोड़ देती हैं जिसके कारण उनकी प्रकति रुक जाती है। सशक्तिकरण करने का उद्देश्य यह है कि एक महिला केवल एक क्षेत्र में नहीं अपितु सभी क्षेत्रों में प्रगति करे। इसका एक प्रमाण ओलंपिक में महिलाओं के द्वारा जीते गए पदक हैं जिसने यह साबित कर दिया कि वे किसी से कम नहीं है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि मैं शिवपुरी की लड़कियों से यह कहना चाहूंगा कि वे सर झुकाकर नहीं बल्कि सर उठाकर चलें यदि इनमें उनको कोई समस्या आयेगी तो पुलिस उनकी मदद के लिए हर समय तत्पर है।
एक छात्रा ने पुलिस अधीक्षक से पूछा कि महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों पर ही क्यों नियम बनाये गये हैं जिस पर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जह हमारा संविधान निर्मित हुआ तब समाज के कमजोर वर्ग को चिन्हित करके उनके उत्थान हेतु नियम बनाये गये थे। इसी तारतम्य में एसडीओपी जीडी शर्मा ने कहा कि आज के दौर में महिलाएं हवाई जहाज उड़ा रही हैं एवं ओलंपिक में मेडल जीत रही हैं। छात्राओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतु जूडो-कराटे जरूर सीखने की नसीहत भी एसडीओ श्री शर्मा द्वारा दी गई। रक्षित निरीक्षक अरविंद सिकरवार द्वारा कविता के माध्यम से महिलाओं को सशक्त एवं सुरक्षित बनाने के लिए शिवपुरी पुलिस की प्रतिबद्धता दोहराई। महिला प्रकोष्ठ प्रभारी आराधना डेविस ने भी महिलाओं पर हो रहे अत्याचार से लडऩे हेतु बनाये गए कानूनों की जानकारी छात्राओं को दी। महिला उपनिरीक्षक कोमल परिहार द्वारा महिलाओं को सशक्त बनाने हेतु अपने विचार रखे। सेमीनार में कोतवाली टीआई संजय मिश्रा, सूबेदार गायत्री इटोरिया, सनि विकास यादव सहित उत्कृष्ट विद्यालय के प्राचार्य श्री श्रीवास्तव व स्कूल के शिक्षकगण व छात्राएं उपस्थित रहे।
महिलाओं को सशक्त एवं सुरक्षित बनाने के लिए उत्कृष्ट विद्यालय में पुलिस की सेमीनार आयोजित
शिवपुरी। पुलिस अधीक्षक मो. युसुफ कुर्रेशी के मार्गदर्शन में शासकीय उमावि उत्कृष्ट विद्यालय क्रमांक 1 में महिलाओं को सशक्त एवं सुरक्षा प्रदान करने के लिए एक सेमीनार का आयोजन किया गया। सेमीनार में पुलिस अधीक्षक श्री कुर्रेशी ने कहा कि स्त्री-पुरुष संपूर्ण मानव का आधा-आधा अंश होता है इसलिए नारी को अर्धांगिनी कहा गया है जन्म के बाद एक शिशु पहले बालिका फिर महिला और इसके बाद एक मां बनती है। महिलाओं के सशक्तिकरण की आवश्यकता है क्योंकि यदि महिलाएं सशक्त नहीं होगी तो पुरुष भी सशक्त नहीं हो पायेगा। अगर कोई महिला केवल घरेलू होकर रहेगी तब देश के विकास में उसका विशेष सहयोग नहीं मिल पायेगा। श्री कुर्रेशी ने कहा कि प्राचीनकाल में आज तक कई उदाहरण है जो यह दर्शाते हैं कि देश व समाज के विकास में महिलाओं का विशेष योगदान रहा है। सामाजिक भेदवभाव के कारण लड़कियां समय से पहले अपनी पढ़ाई छोड़ देती हैं जिसके कारण उनकी प्रकति रुक जाती है। सशक्तिकरण करने का उद्देश्य यह है कि एक महिला केवल एक क्षेत्र में नहीं अपितु सभी क्षेत्रों में प्रगति करे। इसका एक प्रमाण ओलंपिक में महिलाओं के द्वारा जीते गए पदक हैं जिसने यह साबित कर दिया कि वे किसी से कम नहीं है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि मैं शिवपुरी की लड़कियों से यह कहना चाहूंगा कि वे सर झुकाकर नहीं बल्कि सर उठाकर चलें यदि इनमें उनको कोई समस्या आयेगी तो पुलिस उनकी मदद के लिए हर समय तत्पर है।
एक छात्रा ने पुलिस अधीक्षक से पूछा कि महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों पर ही क्यों नियम बनाये गये हैं जिस पर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जह हमारा संविधान निर्मित हुआ तब समाज के कमजोर वर्ग को चिन्हित करके उनके उत्थान हेतु नियम बनाये गये थे। इसी तारतम्य में एसडीओपी जीडी शर्मा ने कहा कि आज के दौर में महिलाएं हवाई जहाज उड़ा रही हैं एवं ओलंपिक में मेडल जीत रही हैं। छात्राओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतु जूडो-कराटे जरूर सीखने की नसीहत भी एसडीओ श्री शर्मा द्वारा दी गई। रक्षित निरीक्षक अरविंद सिकरवार द्वारा कविता के माध्यम से महिलाओं को सशक्त एवं सुरक्षित बनाने के लिए शिवपुरी पुलिस की प्रतिबद्धता दोहराई। महिला प्रकोष्ठ प्रभारी आराधना डेविस ने भी महिलाओं पर हो रहे अत्याचार से लडऩे हेतु बनाये गए कानूनों की जानकारी छात्राओं को दी। महिला उपनिरीक्षक कोमल परिहार द्वारा महिलाओं को सशक्त बनाने हेतु अपने विचार रखे। सेमीनार में कोतवाली टीआई संजय मिश्रा, सूबेदार गायत्री इटोरिया, सनि विकास यादव सहित उत्कृष्ट विद्यालय के प्राचार्य श्री श्रीवास्तव व स्कूल के शिक्षकगण व छात्राएं उपस्थित रहे।
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