भोपाल

लोकसभा चुनाव में मध्यप्रदेश की 29 सीटों में से किस सीट पर कौन उम्मीदवार होगा, इस पर रायशुमारी के लिए BJP में मंगलवार को दिनभर मंथन चला। भोपाल स्थित प्रदेश भाजपा कार्यालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुबह विधायक-सांसदों की बैठक हुई। इसके बाद दोपहर में प्रदेश पदाधिकारी, शाम को बीजेपी कोर कमेटी और फिर प्रदेश चुनाव समिति की बैठक हुई। चुनाव समिति की बैठक में रायशुमारी के बाद 23 लोकसभा सीटों के संभावित दावेदारों के नामों पर चर्चा की गई।
इन नामों की सूची लेकर बुधवार सुबह मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और दूसरे सीनियर लीडर दिल्ली रवाना हुए। दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश और क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल, संगठन महामंत्री हितानंद और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ इनकी चर्चा होगी।
ऐसा माना जा रहा है कि 29 फरवरी को दिल्ली में होने वाली केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद कभी भी भाजपा उम्मीदवारों की पहली सूची आ सकती है।
रायशुमारी में इन सीटों पर ये नाम


छिंदवाड़ा, मुरैना, दमोह, सीधी, होशंगाबाद, जबलपुर पर पैनल तय
BJP सूत्रों का कहना है कि दिल्ली की इस बैठक में जिन नामों पर सहमति बनेगी, उनका टिकट केंद्रीय चुनाव समिति की हरी झंडी के बाद घोषित कर दिया जाएगा।
यह भी बता दें कि मुरैना, दमोह, सीधी, होशंगाबाद और जबलपुर जहां के सांसद अब विधायक बन चुके हैं, उन सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का पैनल पहले ही दिल्ली भेजा जा चुका है। इसमें एक सीट छिंदवाड़ा भी शामिल है, जिस पर फिलहाल कांग्रेस का कब्जा है।
ऐसा पहली बार, जब 29 सीटों पर हुई रायशुमारी
पार्टी सूत्रों का कहना है कि ऐसा पहली बार हुआ है, जब लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों का चयन करने जमीनी स्तर पर रायशुमारी की गई है। इसमें कैबिनेट मंत्रियों के साथ प्रदेश स्तर के पदाधिकारियों ने अपने-अपने इलाके की लोकसभा सीटों पर राय रखी। चर्चा है कि इस बार भाजपा कई मौजूदा सांसदों का टिकट काट सकती है और नए चेहरों को मौका दे सकती है।
इन नेताओं की रायशुमारी



हर पदाधिकारी से लिखित में पूछे तीन दावेदारों के नाम
रायशुमारी के दौरान प्रदेश स्तर से लोकसभा क्षेत्रों की जमीनी हकीकत जानने के लिए गए नेताओं ने स्थानीय पदाधिकारियों, विधायकों सहित मंडल अध्यक्ष जैसे कार्यकर्ताओं को एक फॉर्मेट दिया था, जिसमें लोकसभा सीट के लिए संभावित तीन दावेदारों के नाम लिखकर मांगे गए थे। इसमें खुद का नाम छोड़कर दूसरे दावेदार का नाम लिखना था।
मौजूदा 28 सांसदों में से 21 बदले जा सकते हैं
फिलहाल, एमपी की 29 लोकसभा सीटों में से 28 पर बीजेपी के सांसद हैं। सूत्रों की मानें तो भाजपा इन 28 में से 21 सांसदों के टिकट काट सकती है। बीजेपी ने अपने 7 सांसदों को विधानसभा चुनाव में उतारा था। इनमें से 5 सांसद जीते थे जबकि 2 को हार का सामना करना पड़ा था। इन सातों सीटों पर पार्टी नए उम्मीदवार उतार सकती है। इनके अलावा 14 और सांसदों के टिकट बदले जा सकते हैं।

उम्मीदवारों की औसत आयु हो सकती है 50 साल
बीजेपी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि वैसे तो सारे क्राइटेरिया केंद्रीय नेतृत्व तय करता है। लेकिन अब तक जो चर्चा हुई है, उसके अनुसार लोकसभा प्रत्याशियों की औसत आयु 50 साल रखी जा सकती है।
महिला उम्मीदवारों की संख्या बढ़ेगी
लोकसभा में मध्यप्रदेश से महिलाओं की भागीदारी बढ़ाई जाएगी यानी उनकी सीटों की संख्या में बढ़ोतरी होगी। फिलहाल 4 महिला लोकसभा सांसद हैं। वहीं, 3 महिला राज्यसभा सांसद भी हैं। इस लोकसभा चुनाव में ज्यादा महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा जा सकता है।
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