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कोलारस एसडीएम पाण्डेय ने की बडी कार्यवाही,

1000 बोरी अबैध रूप से गल्ला खरीदने बाली दुकान की शील्ड 
राज एक्सप्रेस ने उठाया था मण्डी के बाहर अबैध रूप से फसल खरीदने का मामला

हरीश भार्गव-नीलेश कुमार

कोलारस। ग्राम उदय भारत उदय अभियान के बीच रविवार की दोपहर करीब 3 बजे कोलारस एसडीएम आर के पाण्डेय ने बडी छापामार कार्यवाही करते हुये। किसानो से बिना टैक्स चुकाये अवैध रूप से फसल यानि कि जिन्स खरीदने बाले दुकानदार पर कार्यवाही करते हुये 1000 वोरी जिन्स यानि कि फसल के साथ दुकान एवं गोदाम शील्ड करते हुये। टैक्स चोरी का मामला बना कर आगे की कार्यवाही कोलारस मण्डी को कल यानि कि सोमवार सप्ताह के पहले दिन करने के निर्देश मण्डी प्रबंधन को दे दिये है। 
कोलारस एसडीएम आर के पाण्डेय ने रविवार की दोपहर 3 बजे के आस पास कोलारस नगर केे जेल के पास स्थित बार्ड क्रमांक 3 में ब्रजेश सिंघल कार्या बाले द्वारा मकान बना कर बिना मण्डी के टैक्स चुकाये अबैध रूप से गेहूं, चना, सरसो की फसले किसानो से मण्डी से 100-200 रूपया कम भाव में नगद भुगतान करके टैक्स चोरी करते हुये फसल की खरीद काफी लम्बे समय से की जा रही थी। जिसको लेकर राज एक्सप्रेस द्वारा कोलारस, बदरवा मण्डी प्रबंधन से लेकर राजस्व अमले को खबर एवं फोन के द्वारा अबगत कराया गया। टैक्स चोरी से खरीदने बाले फसल में हिस्सा मिलने के  कारण मण्डी प्रबंधन आंखे बंद करके बैठा रहा और कोलारस से लेकर बदरवास, लुकवासा में करीब एक सैंकडा दुकानो पर बिना टैक्स चुकाये व्यापारियो को फसल खरीदने की खुली छूट दे दी। जिस पर कार्यवाही करते हुये रविवार की दोपहर करीब 3 बजे गिर्राज ट्रैडर्स के नाम से संचालित दुकान के संचालक ब्रजेश सिंघल कार्या बाले के दुकान एवं गोदाम पर छापामार कार्यवाही करते हुये। कोलारस एसडीएम ने 1 हजार बोरी जिन्स को शील्ड कर दिया। एसडीएम पाण्डेय ने बताया कि पांच गुना टैक्स बसूलने सहित अन्य कार्यवाही करने के लिए कोलारस मण्डी प्रबंधन को कल सोमवार को निर्देश दिया जायेगा साथ ही कोलारस की तरह अन्य स्थानो पर टैक्स चोरी करके अवैध रूप से फसल खरीदने बालो पर आगे भी कार्यवाही जारी रहने की बात एसडीएम पाण्डेय ने बताई। 
एक सैंकडा दुकानों पर जारी है अवैध रूप से गल्ला खरीदने का कारोबार
नोट बंदी के बाद मण्डी के अंदर फसल खरीदने के लिए व्यापारियो के पास नगद राशि का अभाव होने की बात एक ओर व्यापारी करते है। वहीं दूसरी तरफ दुकानो, गोदामो पर 100-200 रूपया कम भाव पर किसानो की फसल खरीद कर मण्डी प्रबंधन एवं प्रशासन को चुनौती देने का कार्य व्यापारी सरेआम कर रहे है। जहां एक ओर गेहूं को समर्थन मूल्य पर सरकार द्वारा 1625 के भाव में खरीदा जा रहा है। वहीं दूसरी ओर व्यापारी 1400 रूपयें में वही गेहूं खरीद कर सोसायटियो पर बैच रहे है। कुल मिला कर एक ओर व्यापारी बैंक से नगद न मिलने के कारण किसानो को चैक थमा कर एक-एक माह इंतजार करा रहे है। वहंी दूसरी ओर कोलारस  से लेकर लुकवासा, बदरवास में एक सैंकडा से अधिक व्यापारी कम भाव एवं कम तौल करके प्रतिदिन 2 हजार से लेकर 5 हजार बोरी नगद भुगतान करके किसानो को कम भाव एंव कम तौल के साथ सरेआम किसानो को लूट रहे है। 
मण्डी से बाहर टैक्स चोरी करने के लिए कहां से आता है नगद पैसा
एक ओर व्यापारी किसानो को चैक देकर एक एक माह तक बैंको एवं गोदामो के चक्कर लगवाने के बाद चैको में हस्ताक्षर उल्टे सीधे करके चैक बाउंस हो जाने के बाद एक माह परेशान करने के बाद किसानो को नगद भुगतान करते है। वहीं दूसरी तरफ मण्डी से बाहर करीब 50 प्रतिशत अवैध रूप से फसल खरीदने का कारोबार कोलारस से लेकर बदरवास, लुकवासा में जारी है। आखिर मण्डी के बाहर टैक्स चौरी कर गोदाम, दुकानो, घरो पर चलने बाली समान्तर मण्डी में व्यापारियो के पास किसानो को नगद भुगतान करने के लिए पैसा आखिर कहां से आता है। यह जांच का विषय आयकर विभाग से लेकर वाणिज्यकर के लिए आवश्य है। क्योकि मण्डी प्रबंधन को मण्डी के अंदर चैक से भुगतान होने के कारण अबैध कमाई कम हो जाने के कारण मण्डी प्रबंधन के द्वारा व्यापारियो को गोदामो पर अबैध मण्डी चलाने की खुली छूट दे रखी है। जिससे मण्डी प्रबंधन को टैक्स चोरी के बदले मिलने बाली काली कमाई प्राप्त हो सके। इसी केे लिए मण्डी प्रबंधन ने कोलारस से लेकर बदरवास,लुकवासा, खतौरा, रन्नौद, खरई,अकाझिरी में व्यापारियो को गोदामो पर माल खरीदने की खुली छूट दे रखी है। जिससे प्राप्त होने बाली रािश मण्डी प्रबंधन, जन प्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी एवं मीडिया के लोगो को वितरित की जाती है। 
हाईवे, गांवों को जोडने वाले मार्गो पर जारी है अवैध खरीद
कोलारस से लेकर बदरवास एवं लुकवासा से लेकर खतौरा में व्यापारियो के गोदाम अबैध मण्डी के अड्डे बन चुके है। यहां हाईवे से लेकर गांवो को जोडने बाले मार्गो पर टैक्स चोर व्यापारियो ने अपनी दुकाने खोल रखी है। और नगद भुगतान एवं मण्डी भाव में फसल खरीदने का लोभ देकर किसानो को गुमराह किया जा रहा है। रविवार को मोहरा मार्ग में जेल के सामने एसडीएम पाण्डेय द्वारा की गई। छापामार कार्यवाही तो एक उदाहरण मात्र है। कोलारस में ही हाईवे के किनारे एवं गांवो को जोडने बाले मार्गो पर टैक्स चोरो की दुकाने खुली हुई है। यही हाल लुकवासा का है यहां हाईवे किनारे दुकानो पर टैक्स चोर व्यापारी किसानो की फसल नगद भुगतान के नाम पर कम तोल एंव कम भाव में खरीद रहे है जिससे किसानो को नुकसान तो होता ही वहीं दूसरी तरफ मण्डी को भी राजस्व की हानि उठानी पडती है। यही हाल बदरवास, खतौरा, रन्नौद, अकाझिरी जैसे क्षेत्रो का है। यहां टैक्स चोरी व्यापारियो द्वारा अवकाश के दिन मण्डी बंद होने तथा चैक की जगह नगद भुगतान के नाम पर किसानो की फसल टैक्स चोरी एवं कम तोल करके खरीदी जा रही है। मण्डी में चैक से भुगतान के कारण मण्डी प्रबंधन को टैक्स चोरी के बदले मिलने बाली काली कमाई बंद होने के कारण मण्डी प्रबंधन गोदामो के बाहर काले धन से व्यापारियो को टैक्स चोरी कर किसानो की फसल खरीदने का अबैध परमिट दे रखा है। जो कि आयकर विभाग के लिए जांच का  विषय है। आखिर मण्डी में फसल खरीदने के लिए व्यापारियो पर नगर पैसा नही है। और मण्डी के बाहर कम तोल टैक्स चोरी एवं कम भाव में फसल खरीदने के लिए प्रति दिन 1 करोड से भी अधिक का काला धन आखिर कहां से आ रहा है। यह जांच का विषय है। 
  

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