शिवपुरी। जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आती जा रही है वैसे-वैसे शिवपुरी विधानसभा से कांग्रेस के दावेदारों के माथे पर चिंता की लकीरें बढ़ती जा रही है। इसका प्रमुख कारण है केबिनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया। क्योंकि भले ही भाजपा ने अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया हो, लेकिन यशोधरा राजे सिंधिया अघोषित रूप से भाजपा की प्रत्याशी मानी जा रही हैं। भाजपा का गढ़ माने वाली शिवपुरी में कांग्रेस के लिए चुनाव जीतना किसी सपने से कम नहीं है क्योंकि कांग्रेस में यशोधरा राजे सिंधिया को टक्कर देने वाले दावेदारों का टोटा है, हालांकि कुछ युवा चेहरे हैं जो उत्साहित हैं और यदि कांग्रेस से उन्हें मौका मिलता तो वह भी मैदान में अपनी दम खम दिखाते नजर आ सकते हैं। कांग्रेस में जो नाम आगे चल रहे हैं उनमें पहला नाम पेट्रोल पंप वाले नेताजी का आता है औ दूसरा नाम सेठ जी के सुपुत्र का।
राजनीतिक सूत्रोंं की मानें तो यशोधरा राजे के लगातार सघन जनसंपर्क और कांग्रेस द्वारा टिकिट में की जा रही देरी से यह बड़े दावेदार बचते बचाते नजर आ रहे हैं। ऐसी स्थिति में एक तीसरा दावेदार जैन वैश्य समाज से उभरकर सामने आ रहा है जो युवा होने के साथ-साथ सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के नजदीक माने जाते हैं। इस युवा दावेदार का नाम राजेश जैन राजू प्रेम स्वीट्स है जिनके पिताजी प्रेमचंद जैन 12 वर्षों तक कांग्रेस सेवादल के कोषाध्यक्ष के रूप में कार्य कर चुुके हैं जिन्होंने कै. माधवराव सिंधिया के साथ काम किया है और उनके करीबी माने जाते रहे हैं। राजेश जैन की दावेदारी खास इसलिए भी कही जा सकती है क्योंकि उन्होंने कुछ ही समय में सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया से काफी नजदीकियां बढ़ा ली हैं।
राजनीतिक जानकारों की मानें तो टिकिट का चयन सिंधिया के अनुसार ही होता है। राजू जैन ने कांग्रेस के बड़े नेताओं में अपनी पकड़ बनाई है ऐसे में राजू जैन की संभावना बढ़ी हैं। राजू जैन का साफतौर पर कहना है कि यदि समीकरण बने और महाराज का आदेश हुआ तो वह चुनाव लडऩे को तैयार हैं और यदि वह किसी के प्रचार करने की कहेंगे तो उनका यह आदेश भी शिरोधार्य होगा।
राजनीति सूत्रों की मानें तो जिस तरीके से समीकरण उभरकर सामने आ रहे हैं उससे एक युवा चेहरे की मांग को लेकर राजू जैन की संभावनाएं बढ़ती नजर आ रही हैं। कुछ भी हो पर टिकिट को लेकर शिवपुरी में कांग्रेस की राजनीति गरमाई हुई है।
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