शिवपुरी। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी
के प्रबंध संचालक उन फीडरों पर सघन चेकिंग अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं
जहां पर पिछले वर्ष की तुलना में लोड अधिक बढ़ा है। इन क्षेत्रों में
विजीलेंस टीम को भेजकर व्यापक पैमाने पर चेकिंग कराई जाए। खासतौर पर मूंग
की फसल और धान की फसल वाले क्षेत्रों पर फोकस करेंगे।
प्रबंध संचालक
ने कहा कि उपकेन्द्रों, लाइनों के रख-रखाव के दौरान कार्मिकों की सुरक्षा
का विशेष ध्यान रखा जाए। चेकिंग टीम कम से कम चार से सात दिन कैंप करे तभी
परिणाम प्राप्त होंगे। उच्चदाब उपभोक्ताओं की बकाया राशि तत्काल वसूली जाए।
विश्लेषण करने पर पाया गया कि कई उच्चदाब उपभोक्ता अपना नियमित बिल भुगतान
नहीं कर रहे हैं। ऐसे मामलों को बारीकी से देखा जाए। प्रबंध संचालक ने
मैदानी अधिकारियों को कहा कि सुरक्षा प्रोटोकाल एवं सुरक्षा साधनों का
इस्तेमाल किया जाए। जूनियर इंजीनियर के सुपरविजन में ही रख-रखाव के कार्य
किये जाएं।
प्रबंध
संचालक ने निर्देशित किया कि गंभीर शिकायतों का तत्काल निराकरण और
कार्रवाई सुनिश्चित की जाए, ताकि ऐसे प्रकरण समाप्त हो सकें तथा समय-सीमा
के प्रकरणों का निराकरण निर्धारित समय में सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने
मैदानी अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी स्तर पर कार्मिकों के
स्थानांतरण आवेदन उचित माध्यम से प्राप्त होने चाहिए। प्रबंध संचालक ने यह
भी कहा कि कार्यालयों में बैठे ऐसे अधिकारियों की सूची तैयार की जाए, जिनको
चेकिंग कार्य में तत्काल नियुक्त किया जा सके। मानसून पूर्व के सभी
रख-रखाव जल्दी पूर्ण कर लिए जाएं, ताकि आंधी-तूफान आने की दशा में विद्युत
अवरोध कम से कम हो। प्रबंध संचालक ने कहा कि चालू अप्रैल माह एवं मई माह
में गर्मी निरंतर बढ़ेगी इसलिए उपभोक्ताओं की खपत के आधार पर बिल अधिक
आएंगे। इसके लिए बिलिंग करते समय हर स्तर पर सावधानी रखी जाए तथा
उपभोक्ताओं को सही रीडिंग के बिल भेजे जाएं। भार वृद्धि के प्रकरण तत्काल
स्वीकृत किए जाएं, वितरण ट्रांसफार्मर की असफलता दर पर नियंत्रण करें,
विद्युत अपव्यय को रोकने के लिए उपकेन्द्रों पर केपेसिटर बैंक चालू मिलना
चाहिए।
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